टिहरीः जिला पंचायत की त्रैमासिक बैठक अध्यक्ष सोना सजवाण की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में सड़क, नहर, प्रतिकर और पीएमजीएसवाई की बदहाल स्थिति के मामले छाये रहे. जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण ने बदहाल सड़कों को लेकर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि सड़कों समेत महत्वपूर्ण योजनाओं का अधिकारी मौके पर जाकर मुआयना नहीं करते हैं. सभी निर्माण कार्य ठेकेदारों के भरोसे चल रहे हैं. जिससे गुणवत्ता खराब हो रही है. वहीं, जिला पंचायत सदन में सीएमओ डॉ. सुमन आर्य के जनप्रतिनिधियों के फोन न उठाने पर भी खासा हो-हल्ला रहा.
जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण ने सीएमओ के फोन न उठाने पर मौके पर ही गैर जिम्मेदाराना रवैये के लिए आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि सीएमओ की लचर कार्यप्रणाली के कारण कोरोना संकट से निपटने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जबकि, कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं. बैठक में स्वरोजगार के नाम पर जिला प्लान को पर्याप्त मात्रा में धन उपलब्ध होने के बाद भी रोजगार न मुहैया कराने पर सदस्यों ने खासी नाराजगी जाहिर की. जिस पर जिला पंचायत अध्यक्ष सोना ने कहा कि जिला प्लान के धन को स्वरोजगार के नाम पर ठिकाने नहीं लगाने दिया जाएगा.
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उन्होंने कहा कि समिति का गठन कर उद्यान व कृषि विभाग समेत सभी स्वरोजगार उपलब्ध कराने वाले सरकारी महकमों की जांच करवाकर धरातल पर किए गए कामों को परखा जाएगा. स्वरोजगार को लेकर सरकारी महकमों की खानापूर्ति सामने आ रही है. विभाग कागजी खानापूर्ति तक सीमित नजर आ रहे हैं. घनसाली के अखोड़ी में 27 करोड़ की लागत से बन रही 70 किमी की रिंग रोड को लेकर भी खासी नाराजगी देखी गई. जिसे लेकर सीडीओ अभिषेक रूहेला ने बताया कि रिंग रोड को लेकर डीएम ईवा श्रीवास्तव जांच करेंगी.
बैठक में जिला पंचायत सदस्य जयवीर सिंह रावत ने विधवा और दिव्यांगों की परेशानी सामने रखते हुए कहा कि प्रोबेशन कार्यालय नरेंद्रनगर में होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस कार्यालय को जल्द से जल्द जिला मुख्यालय लाया जाना चाहिए. थौलधार ब्लॉक प्रमुख ने ब्लॉक की ओर जाने वाली सड़क पर भारी वाहनों की आवाजाही से सड़क की बदहाली मामला उठाया. जिस पर अधिकारियों ने भारी वाहनों की रोक का आश्वासन दिया.
सड़कों के प्रतिकर भुगतान में देरी किए जाने के लोनिवि के मामले भी रखे गए. बिना प्रतिकर का भुगतान किए ग्रामीणों के खेतों में निर्माण कामों पर सदन में सदस्यों ने ऐतराज जताया. सदन में जिला उद्योग कार्यालय को भी नई टिहरी लाने की मांग की गई. जिला पंचायत सदस्य अमरेंद्र बिष्ट ने उनकी योजनाओं को लोनिवि में शामिल करने की मांग की. वहीं, प्रमुख प्रदीप रमोला ने जाख-जसपुर-कुट्ठा मोटर मार्ग के डामरीकरण, जाख से डोबरा मोटर मार्ग के मोड़ों को चौड़ा करने व भल्डियाना से भैंगा तक क्रॉस बैरियर लगाने की मांग की.
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शिलापट्ट पर नाम लिखने का मुद्दा भी उठा
प्रतापनगर के ब्लॉक प्रमुख प्रदीप रमोला व जिपंस जयवीर रावत ने डोबरा-चांठी पुल के लोकार्पण शिलापट पर प्रतापनगर, थौलधार के प्रमुखों के नाम के साथ जिला पंचायत सदस्यों के नाम अंकित करने की मांग भी जोर-शोर से रखी. नाम न लिखे जाने पर आंदोलन का रुख अख्तियार करने की बात भी कही. इसके साथ ही प्रमुख ने मांग रखी कि डोबरा-चांठी पुल का नाम पूर्व विधायक स्व. फूल सिंह बिष्ट या बेलमती चौहान या फिर कप्पू चौहान के नाम से रखा जाए.