टिहरी: श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय(Sridev Suman University) में कई मांगों को लेकर तीन साल पूर्व परिसर में धरने पर बैठे पूर्व छात्र नेताओं पर दर्ज किए गए मुकदमे में कोर्ट ने छात्र नेताओं को बरी कर दिया है. छात्र नेताओं ने इसे सत्य व संघर्ष की जीत बताया है. साथ ही छात्रों ने कहा छात्रहित एवं विवि विकास में उनका संघर्ष आगे भी जारी रहेगा.
पूर्व छात्र नेताओं ने कहा करीब तीन साल पूर्व श्रीदेव सुमन विवि में विश्वविद्यालय का कैंपस टिहरी में बनाए जाने, विवि से हटाए गए करीब संविदा कर्मचारियों को बहाल किए जाने, विवि के सभी कार्यक्रमों को टिहरी में ही आयोजित करवाए जाने की मांग को लेकर वे श्रीदेव सुमन विवि बादशाहीथौल परिसर में धरने पर बैठे थे. पूर्व छात्र नेताओं का आरोप है कि वे शांतिपूर्ण ढंग से अपना आंदोलन चला रहे थे, लेकिन विवि प्रशासन को लगा कि छात्रों का आंदोलन कहीं उग्र न हो जाए. जिस पर कॉलेज प्रशासन की ओर से विवि कार्यों में व्यवधान डालने सहित सहित विभिन्न धाराओं में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहन सिंह रावत, शक्ति प्रसाद जोशी, प्रशांत उनियाल, पूर्व छात्र नेता नरेश पैन्यूली, सोहनवीर सजवाण के खिलाफ चंबा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया.
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पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहन सिंह रावत (Former Student Union President Mohan Singh Rawat) कहा वे शांतिपूर्वक अपना आंदोलन चला रहे थे. उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाया गया. तीन साल तक उन्होंने नई टिहरी कोर्ट में मुकदमा झेला. जिसमें उन्हें आर्थिक, मानसिक व शारीरिक रूप से उठाना पड़ा. उन्होंने कहा आखिर सत्य की जीत हुई. वे इसके लिए न्यायालय का धन्यवाद करते हैं. उन्होंने कहा विवि व छात्र हित में आगे भी उनका आंदोलन जारी रहेगा. साथ ही उन्होंने कहा विवि में आयोजित होने वाले कार्यक्रम व समारोह जिले में ही आयोजित होने चाहिए.