टिहरी: सूबे में चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है. ऐसे में इस यात्रा को लेकर शासन-प्रशासन की तैयारियां कितनी चाक-चौबंद है, इसका अंदाजा चमियाला-घनसाली मार्ग को देखकर लगाया जा सकता है. जहां सड़क किनारे पैराफिट तक नहीं हैं. वहीं, इस मार्ग पर पैराफिट न होने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
बता दें कि चमियाला-घनसाली मोटर मार्ग आवगमन के लिहाजा से बहुत संकरा है. सड़क मार्ग के एक तरफ भिलंगना नदी बह रही है. जबकि, दूसरी तरफ बालगंगा. वहीं, इस मार्ग पर दुर्घटनाओं की बात करें तो अनद्रिया के पास पैराफिट ना होने की वजह से पिछले एक दंपति की दर्दनाक मौत हो गई थी. बावजूद इसके अभी तक सड़क किनारे लगे पैराफिट और स्टील रेल गार्ड को ठीक नहीं किया गया है.
वहीं, इस मामले में पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉ. नरेंद्र डंगवाल का कहना है कि ग्रामीणों द्वारा उठाई गई मांगी को शासन-प्रशासन द्वारा अनसुना कर दिया जाता है. पिछले वर्ष हादसे का शिकार हुए दंपति को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन भी किया था. लेकिन संबंधित विभाग और प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंगी.
जबकि, हैरानी वाली बात है कि रोजाना इस सड़क मार्ग से प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर तमाम जनप्रतिनिधि गुजरते हैं. लेकिन किसी का इस समस्या से कोई लेना देना नहीं है. जबकि, ग्रामीण इस मार्ग पर लोक निर्माण विभाग से पैराफिट लगाने की मांग कर चुके हैं.
बहरहाल, आलम ये है कि जब इस बारे में लोक निर्माण विभाग घनसाली के अधिशासी अभियंता एनएल वर्मा से बात की गई तो उन्होंने सड़क मार्ग पर सभी क्रॉस बैरियर और स्टील रेल गार्ड रेल दुरुस्त होने की बात कही. जबकि, वीडियो में आप देख सकते हैं कि सड़क किनारे लगे स्टील रेल गार्ड क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. ऐसे में लगता है कि विभाग किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है.