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टिहरी: नए साल पर बढ़ी बांध प्रभावितों की मुश्किलें, टिहरी झील में नावों का संचालन बंद - टिहरी न्यूज

नाव संचालकों का कहना है कि भुगतान नहीं होने के कारण उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. इसीलिए उन्होंने ये फैसला लिया है. नाव संचालकों के इस फैसले ने बांध प्रभावितों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.

tehri
टिहरी झील
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Published : Jan 1, 2020, 4:58 PM IST

टिहरी: नए साल के पहले दिन ही टिहरी झील पर नाव का संचालन बंद हो गया है. जिस कारण प्रतापनगर समेत आसपास के गांव के सैकड़ों लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. इन नावों के बंद होने से ग्रामीणों को अब जिला मुख्यालय आने के लिए अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी.

दरअसल, 2005 में टिहरी झील बनने से पहले प्रतापनगर आने-जाने के लिए भागीरथी और भिलंगना नदी के ऊपर 17 पुल बने हुए थे, लेकिन झील बनने के बाद यह 17 पुल झील में डूब गए. उसके बाद से प्रतापनगर की जनता को आने-जाने के लिए काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था.

बांध प्रभावितों की मुश्किलें बढ़ी

पढ़ें- नये साल में बढ़ सकती है बांध प्रभावितों की मुश्किलें, जानें क्या है वजह

इसके बाद लोगों की मांग को देखते हुए उत्तराखंड सरकार और टिहरी जिला प्रशासन ने प्रताप नगर की जनता के लिए 12 स्थानों पर नाव लगाई थी. लेकिन बीते नौ महीने से प्रशासन ने नाव संचालकों का भुगतान नहीं किया. नाव संचालक इस बारे में कई बार संबंधित अधिकारियों से भी मिल चुके हैं, लेकिन किसी ने भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया. ऐसे में भुगतान न होने के कारण एक जनवरी 2020 से संचालकों ने नाव का संचालन बंद कर दिया, जिस वजह से अब प्रतापनगर के लोगों को सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

जब इस बारे में टिहरी के मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक रोहिला से बात कि गई तो उन्होंने कहा कि टिहरी बांध परियोजना के द्वारा पुनर्वास विभाग को नाव का पैसा दिया जाता है, लेकिन टिहरी बांध परियोजना के अधिकारियों ने काफी समय से पुनर्वास विभाग को नाव संचालकों का पैसा नहीं दिया है. जिसके लिए टिहरी बांध परियोजना के अधिकारियों के साथ वार्ता चल रही है. जल्द ही इस मामले को निपटा दिया जाएगा.

टिहरी: नए साल के पहले दिन ही टिहरी झील पर नाव का संचालन बंद हो गया है. जिस कारण प्रतापनगर समेत आसपास के गांव के सैकड़ों लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. इन नावों के बंद होने से ग्रामीणों को अब जिला मुख्यालय आने के लिए अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी.

दरअसल, 2005 में टिहरी झील बनने से पहले प्रतापनगर आने-जाने के लिए भागीरथी और भिलंगना नदी के ऊपर 17 पुल बने हुए थे, लेकिन झील बनने के बाद यह 17 पुल झील में डूब गए. उसके बाद से प्रतापनगर की जनता को आने-जाने के लिए काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था.

बांध प्रभावितों की मुश्किलें बढ़ी

पढ़ें- नये साल में बढ़ सकती है बांध प्रभावितों की मुश्किलें, जानें क्या है वजह

इसके बाद लोगों की मांग को देखते हुए उत्तराखंड सरकार और टिहरी जिला प्रशासन ने प्रताप नगर की जनता के लिए 12 स्थानों पर नाव लगाई थी. लेकिन बीते नौ महीने से प्रशासन ने नाव संचालकों का भुगतान नहीं किया. नाव संचालक इस बारे में कई बार संबंधित अधिकारियों से भी मिल चुके हैं, लेकिन किसी ने भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया. ऐसे में भुगतान न होने के कारण एक जनवरी 2020 से संचालकों ने नाव का संचालन बंद कर दिया, जिस वजह से अब प्रतापनगर के लोगों को सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

जब इस बारे में टिहरी के मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक रोहिला से बात कि गई तो उन्होंने कहा कि टिहरी बांध परियोजना के द्वारा पुनर्वास विभाग को नाव का पैसा दिया जाता है, लेकिन टिहरी बांध परियोजना के अधिकारियों ने काफी समय से पुनर्वास विभाग को नाव संचालकों का पैसा नहीं दिया है. जिसके लिए टिहरी बांध परियोजना के अधिकारियों के साथ वार्ता चल रही है. जल्द ही इस मामले को निपटा दिया जाएगा.

Intro:टिहरी झील के ऊपर आवागमन हेतु लगाई गई नाव नए साल के पहले दिन बन्द होने से बांध प्रभावितों की मुश्किलें बढ़ीBody:2005 में टिहरी झील बनने से पहले प्रतापनगर आने जाने के लिए भागीरथी ओर भिलंगना नदी के ऊपर 17 पुल बने हुए थे टिहरी बांध की झील बनने के बाद यह 17 पुल झील में डूब गए उसके बाद प्रताप नगर की जनता को आने-जाने की अनेक समस्याओं से जूझना पड़ा प्रताप नगर की जनता की मांग पर उत्तराखंड सरकार और जिला प्रशासन ने टिहरी बांध की झील के ऊपर प्रताप नगर की जनता के लिए आने जाने के लिए
12 स्थानों पर नाव को लगाई,बीते 31 दिसंबर 2018 तक प्रताप नगर की जनता का आवागमन हो रहा था

परंतु नाव स्वामियों को 9 महीने से भुगतान न मिलने के कारण नाव संचालकों ने जिला प्रशासन को 26 दिसंबर 2018 को ज्ञापन दिया था और ज्ञापन में स्पष्ट किया था कि अगर 9 महीने का भुगतान 31 दिसंबर 2018 तक नहीं दिया जाता है तो नये साल 1 जनवरी 2020 से नाव का संचालन बंद कर देंगे जिससे प्रतापनगर की समस्याओं बढ़ेगी

और आज नये साल पर नाव मालिकों और संचालकों ने टिहरी बांध की झील के ऊपर लगी नावों को बंद कर दिया है जिससे प्रताप नगर की जनता का आवागमन बंद हो गया है प्रताप नगर की जनता को नए साल पर मुश्किलें बढ़ गई हैं

Conclusion:इस मामले में जब टिहरी के जिला प्रभारी जिला अधिकारी अभिषेक रोहिल्ला से पूछा गया तो उनका कहना था कि टिहरी बांध परियोजना के द्वारा पुनर्वास विभाग को नाव का पैसा दिया जाता है लेकिन टिहरी बांध परियोजना के अधिकारियों द्वारा पुनर्वास विभाग को अभी तक नावों स्वामियों और संचालकों का भुगतान नहीं भेजा गया जिसके लिए टिहरी बांध परियोजना के अधिकारियों के साथ वार्ता चल रही है जल्दी ही इस मामले को निपटा दिया जाएगा

जिस नाव से प्रताप नगर की जनता का आवागमन होता था

बाइट - मोहित रावत वोट स्वामी
बाइट अभिशेख रोहिला सीड़ीओ प्रभारी जिलाधिकारी, टिहरी

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