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सालों से लटकी पड़ी हैं मुख्यमंत्री की घोषणाएं, किससे लगाएं गुहार ?

एक साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कुछ घोषणाएं की थीं, लेकिन उन पर आजतक काम शुरू नहीं हो पाया है.

cm trivendra singh rawat
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह
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Published : Mar 13, 2021, 5:31 PM IST

प्रतापनगर: सुप्रसिद्ध सिद्धपीठ ओणेश्वर महादेव मंदिर में एक वर्ष पूर्व महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बतौर मुख्य अतिथि ओणेश्वर महादेव की तपस्थली से तीन घोषणाएं की थीं. एक वर्ष बीत जाने के बाद भी उन घोषणाओं पर अमल तक नहीं हो पाया है. मंदिर समिति ने इस बात पर नाराजगी व्यक्त की है.

मंदिर समिति के अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद भट्ट ने कहा कि एक वर्ष बीत जाने के बाद भी मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर अमल न होना बड़ी चिंता का विषय है. जब मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर ही अमल नहीं हो पा रहा तो अन्य कार्यों की बात ही क्या करें. उन्होंने कहा कि प्रतापनगर की तीन बहुत ही आवश्यक मांगें थीं, जिसके लिए क्षेत्रवासियों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से इन समस्याओं का निराकरण करने की मांग की थी.

पढ़ें- उत्तराखंड में सियासी दंगल के बीच विपक्ष का सरकार पर हमला, दी चुनौती

मंदिर सौंदर्यीकरण की मांग

ओणेश्वर महादेव मंदिर का सौंदर्यीकरण, मंदिर प्रांगण में टाइल्स बिछाने व कोटिखाल से मंदिर तक सड़क को डबल लाइन करने का आग्रह तत्कालीन सीएम से किया गया था. ये काम न होने की वजह से प्रतिवर्ष लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

लमगांव बाजार में जाम का झाम

लमगांव बाजार प्रतापनगर विधानसभा क्षेत्र का केंद्र बिंदु है. यहां हर रोज जाम की समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ता है. इसके लिए क्षेत्रवासियों ने एक बड़ी पार्किंग की मांग की थी.

इंटर कॉलेज का प्रांतीयकरण

प्रतापनगर के माजफ गांव में इंटर कॉलेज का प्रांतीयकरण, जिसकी मांग क्षेत्रवासी दशकों से करते आ रहे हैं. लेकिन तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक तीनों में से एक घोषणा पर भी अमल नहीं हो पाया है.

प्रतापनगर: सुप्रसिद्ध सिद्धपीठ ओणेश्वर महादेव मंदिर में एक वर्ष पूर्व महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बतौर मुख्य अतिथि ओणेश्वर महादेव की तपस्थली से तीन घोषणाएं की थीं. एक वर्ष बीत जाने के बाद भी उन घोषणाओं पर अमल तक नहीं हो पाया है. मंदिर समिति ने इस बात पर नाराजगी व्यक्त की है.

मंदिर समिति के अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद भट्ट ने कहा कि एक वर्ष बीत जाने के बाद भी मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर अमल न होना बड़ी चिंता का विषय है. जब मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर ही अमल नहीं हो पा रहा तो अन्य कार्यों की बात ही क्या करें. उन्होंने कहा कि प्रतापनगर की तीन बहुत ही आवश्यक मांगें थीं, जिसके लिए क्षेत्रवासियों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से इन समस्याओं का निराकरण करने की मांग की थी.

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मंदिर सौंदर्यीकरण की मांग

ओणेश्वर महादेव मंदिर का सौंदर्यीकरण, मंदिर प्रांगण में टाइल्स बिछाने व कोटिखाल से मंदिर तक सड़क को डबल लाइन करने का आग्रह तत्कालीन सीएम से किया गया था. ये काम न होने की वजह से प्रतिवर्ष लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

लमगांव बाजार में जाम का झाम

लमगांव बाजार प्रतापनगर विधानसभा क्षेत्र का केंद्र बिंदु है. यहां हर रोज जाम की समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ता है. इसके लिए क्षेत्रवासियों ने एक बड़ी पार्किंग की मांग की थी.

इंटर कॉलेज का प्रांतीयकरण

प्रतापनगर के माजफ गांव में इंटर कॉलेज का प्रांतीयकरण, जिसकी मांग क्षेत्रवासी दशकों से करते आ रहे हैं. लेकिन तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक तीनों में से एक घोषणा पर भी अमल नहीं हो पाया है.

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