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अमेरिकी डैन को कांडा जाख की खूबसूरती फिर आयी याद, चखा पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद

कौन कहता है कि आसमां पर सुराग नहीं होता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालों यारों. इन पंक्तियों को टिहरी के पंचायत सदस्य जयपाल कैरवाण ने चरितार्थ किया है.

कांडा जाख पहुंचे अमेरिकी पर्यटक.
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Published : May 24, 2019, 3:50 PM IST

धनोल्टी: कांडा जाख गांव का प्राकृतिक सौंदर्य बरबस ही यहां अपनी ओर पर्यटकों को खींच लाता है. जयपाल कैरवाण द्वारा बनाये गए ईको पार्क और प्रकृति की मनोहरता को देखने कांडा विदेशों से भी पर्यटक पहुंचते हैं. कुछ विदेशी पर्यटक तो ऐसे हैं जो समय मिलते ही कांडा जाख पहुंच जाते हैं, जिसमें अमेरिका के डैन भी शामिल हैं. डैन ने एक बार फिर कांडा पहुंचकर पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद लिया और अपने योगा स्टूडेंट्स के साथ योगा किया.

कांडा जाख पहुंचे अमेरिकी पर्यटक.

मसूरी से करीब 11 किमी की दूरी पर स्थित जौनपुर ब्लॉक के दूरस्थ गांव कांडा जाख में जयपाल कैरवाण ने ग्रामीणों के सहयोग से कई सुन्दर हट का निर्माण करवाया. अपना समय और पैसा लाकर जयपाल कैरवाण ने इस इलाके को ऐसा विकसित किया है कि शहरी चकाचौंध छोड़कर यहां पहाड़ की शान्त वादियों में विदेशों से भी पर्यटक पहुंच रहे हैं. एक बार आने वाला पर्यटक यहां बार-बार लौटकर आता है. ऐसे ही पर्यटक हैं अमेरिका के डैन और उनके योगा स्टूडेंट्स. ये कई सालों से वक्त मिलते ही कांडा पहुंच जाते हैं.

पढ़ें- पूरी हुई पीएम मोदी की मुराद, शपथ ग्रहण के बाद फिर आ सकते हैं केदारनाथ

हाल ही में कांडा जाख पहुंचे अमेरिकी पर्यटकों ने यहां के प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठाने के साथ ही पहाड़ी व्यजंन का भी आनंद लिया. पर्यटकों को ईको पार्क कांडा जाख के अध्यक्ष सुरेश सिह कैरवाण और अन्य ग्रामीणों ने स्थानीय संस्कृति से रूबरू करवाया. इस दौरान विदेशी पर्यटकों ने पहाड़ों में योगा भी किया.

Americain Tourist coming  to kanda jaakh of dhanaulti
योगा करते विदेशी पर्यटक.

क्षेत्र की पूर्व प्रमुख गीता रावत ने बताया कि यहां जितने भी देशी-विदेशी सैलानी पहुंचते हैं, सभी कांडा की सुंदरता पर फिदा हो जाते हैं. पर्यटन की दृष्टि से इलाके का समय-समय पर विकास और यहां की संस्कृति को संजोये रखना जरूरी है. यहां पर उगने वाला वह बांज, बुरांश जैसे कई सुंदरता बढ़ाने वाले पेड़ पौधे का संरक्षण करना जरूरी है. इन्हीं की वजह से इलाके में अनुपम छटा बिखरी हुई है जो हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है.

पढ़ें- 26 मई तक पहाड़ों पर बारिश की संभावना, मसूरी में खुशनुमा हुआ मौसम

उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे कांडा जाख भी अन्य पर्यटन स्थल- धनौल्टी, कैम्पटी फॉल की तरह ही लोगों का पसंदीदा स्थल बन रहा है. देशी व विदेशी पर्यटक ट्रेकिंग का लुफ्त उठाने के साथ ही यहां टेंट लगाकर कई दिन बिताते हैं. लोकल खाना कोदो की रोटी, झंगोरा की खीर और तरह-तरह की हरी सब्जियां पहाड़ी दाल व स्थानीय फल पर्यटकों को खूब पसंद आते हैं. बता दें कि कांडा जाख में इग्लैंड से मिस डायना और स्विटजरलैंड से मिस्टर क्रिस भी पहुंचे थे.

धनोल्टी: कांडा जाख गांव का प्राकृतिक सौंदर्य बरबस ही यहां अपनी ओर पर्यटकों को खींच लाता है. जयपाल कैरवाण द्वारा बनाये गए ईको पार्क और प्रकृति की मनोहरता को देखने कांडा विदेशों से भी पर्यटक पहुंचते हैं. कुछ विदेशी पर्यटक तो ऐसे हैं जो समय मिलते ही कांडा जाख पहुंच जाते हैं, जिसमें अमेरिका के डैन भी शामिल हैं. डैन ने एक बार फिर कांडा पहुंचकर पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद लिया और अपने योगा स्टूडेंट्स के साथ योगा किया.

कांडा जाख पहुंचे अमेरिकी पर्यटक.

मसूरी से करीब 11 किमी की दूरी पर स्थित जौनपुर ब्लॉक के दूरस्थ गांव कांडा जाख में जयपाल कैरवाण ने ग्रामीणों के सहयोग से कई सुन्दर हट का निर्माण करवाया. अपना समय और पैसा लाकर जयपाल कैरवाण ने इस इलाके को ऐसा विकसित किया है कि शहरी चकाचौंध छोड़कर यहां पहाड़ की शान्त वादियों में विदेशों से भी पर्यटक पहुंच रहे हैं. एक बार आने वाला पर्यटक यहां बार-बार लौटकर आता है. ऐसे ही पर्यटक हैं अमेरिका के डैन और उनके योगा स्टूडेंट्स. ये कई सालों से वक्त मिलते ही कांडा पहुंच जाते हैं.

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हाल ही में कांडा जाख पहुंचे अमेरिकी पर्यटकों ने यहां के प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठाने के साथ ही पहाड़ी व्यजंन का भी आनंद लिया. पर्यटकों को ईको पार्क कांडा जाख के अध्यक्ष सुरेश सिह कैरवाण और अन्य ग्रामीणों ने स्थानीय संस्कृति से रूबरू करवाया. इस दौरान विदेशी पर्यटकों ने पहाड़ों में योगा भी किया.

Americain Tourist coming  to kanda jaakh of dhanaulti
योगा करते विदेशी पर्यटक.

क्षेत्र की पूर्व प्रमुख गीता रावत ने बताया कि यहां जितने भी देशी-विदेशी सैलानी पहुंचते हैं, सभी कांडा की सुंदरता पर फिदा हो जाते हैं. पर्यटन की दृष्टि से इलाके का समय-समय पर विकास और यहां की संस्कृति को संजोये रखना जरूरी है. यहां पर उगने वाला वह बांज, बुरांश जैसे कई सुंदरता बढ़ाने वाले पेड़ पौधे का संरक्षण करना जरूरी है. इन्हीं की वजह से इलाके में अनुपम छटा बिखरी हुई है जो हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है.

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उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे कांडा जाख भी अन्य पर्यटन स्थल- धनौल्टी, कैम्पटी फॉल की तरह ही लोगों का पसंदीदा स्थल बन रहा है. देशी व विदेशी पर्यटक ट्रेकिंग का लुफ्त उठाने के साथ ही यहां टेंट लगाकर कई दिन बिताते हैं. लोकल खाना कोदो की रोटी, झंगोरा की खीर और तरह-तरह की हरी सब्जियां पहाड़ी दाल व स्थानीय फल पर्यटकों को खूब पसंद आते हैं. बता दें कि कांडा जाख में इग्लैंड से मिस डायना और स्विटजरलैंड से मिस्टर क्रिस भी पहुंचे थे.

Intro:अमेरिका के पर्यटक पहुँचे जौनपुर के काण्डा जाख

योगा के साथ साथ पहाड़ी व्यंजनो का उठा रहे है लुफ्त Body:
स्लग-अमेरिका के डैन सहाब को फिर आया याद,
काण्डा जाख की खूबसूरती व पहाड़ी व्यजनों का स्वाद

एंकर - बहुत पुराना शेर है " कौन कहता है कि आसमां पर छेद नही होता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों" कुछ यही कर दिखा रहे है टिहरी जनपद के जौनपुर ब्लाक के दूरस्थ गाँव काण्डा जाख के क्षेत्र पंचायत सदस्य जयपाल कैरवाण व ईकोपार्क समिति के अध्यक्ष सुरेश कैरवाण ने जिन्होने स्यम् व ग्रामीणों के प्रयास से काण्डा जाख ईको पार्क को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित किया जिन्होने शहरी चकाचौंध को छोड़ पहाड़ की शान्त वादियो मे रोजगार को तलाशा।
काण्डा जाख मसूरी के बहुत ही नजदीक है पर्यटन की दृष्टि से यह क्षेत्र बहुत ही महत्वपूर्ण है
काण्डाजाख पर्यटक स्थल में विगत कई वर्षो से आ रहे अमेरिका से डैन साहब और उनके योगा के स्टूडेंट्स आजकल काण्डाजाख पर्यटक स्थल में खूब लुफ्त उठा रहे है
काण्डा जाख पहुँचने के लिए - मसूरी के बाटाघाट से 7 कि० मी० का पैदल ट्रैक पार करना पड़ता है जो की घने जंगलो के बीच से ट्रैक है जहां रास्ते में मे एक सुन्दर प्राकृतिक जलप्रपात [फाल] है साथ ही यहां से उच्च हिमालयी की ऊँची ऊँची चोटियां मन को खूब भाती है यहां पहुँचे दल का ईको पार्क काण्डा जाख के अध्यक्ष सुरेश सिह कैरवाण व स०क्षे० प० जयपाल सिह कैरवाण व अन्य ग्रामीणों के द्वारा इन्हे स्थानीय संस्कृति से रूबरू करवाया।
क्षेत्र की पूर्व प्रमुख गीता रावत ने बताया कि
यहां पर आज तक जितनी भी विदेशी सैलानी आए हैं वें यहां से पूर्ण रूप से संतुष्ट होकर लौटे हैं यह क्षेत्र अपने आप में पर्यटन की दृष्टि से बड़ा ही महत्वपूर्ण है बस जरूरत है तो इसे संजोए रखने की यहां पर उगने वाला वह बांझ, बुरांश आदि अनेकों अनेक किस्म के सुंदरता बढ़ाने वाले पेड़ पौधे ने अपनी अनुपम छटा बिखेरी है जोकि हर आने जाने वाले को अपनी और आकर्षित करते है यहां की जल और जलवायु स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत ही लाभदायक है अब धीरे-धीरे काण्डा जाख भी अन्य पर्यटन स्थलों धनोल्टी ,कैम्पटीफाल की तरह ही लोगों का पसंदीदा स्थल बन चुका है अब यहां आने वाले देशी व विदेशी पर्यटक ट्रैकिंग के लुफ्त उठाने के साथ साथ टेंट लगाकर यहां कई दिन बिताते हैं यहां पर लोकल लोगों के द्वारा स्थानीय खाना कोदा की रोटी, झंगोरा की खीर ,और तरह-तरह की हरी सब्जियां पहाड़ी दाल व स्थानीय फल यहां पर आने वाले पर्यटकों को खूब भाता है अब यहा क्षेत्र देश और विदेश में अपनी पहचान बनाने के साथ ही लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा कर रहा है

बाईट- गीता रावत पूर्व प्रमुख जौनपुरConclusion: काण्डा जाख विकासखंड जौनपुर का दूरस्थ गाँव है जहां मसूरी के बाटाघाट से 7 किमी पैदल ट्रैकिंग कर पहुँचा जाता है

अमेरिका के डैन पहले भी यहां पर आ चुके है अब धीरे धुरे यहाँ का ईकोपार्क भी धनोल्टी व अन्य पर्यटक स्थलो की तरह विकसित हो रहा है
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