टिहरी: ऋषिकेश गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-94 पर थौलधार ब्लॉक के बोरसारी गांव के आसपास 25 गांवों को जाने वाला पैदल रास्ता ऑल वेदर सड़क निर्माण के चलते टूट गया है. सड़क टूटने से ग्रामीण परेशान हैं, ग्रामीणों ने ऑल वेदर रोड के तहत काम करने वाली एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
ऑल वेदर रोड का कार्य बना सिरदर्द: लोगों का कहना है कि ऑल वेदर रोड में काम करने वाली एजेंसी के द्वारा मानकों को ताक पर रखकर सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है. जिससे 25 गांवों को जोड़ने वाले पैदल रास्ता पूरी तरह से टूट गया है. ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है. साथ ही पूरा मार्ग भूस्खलन की जद में आ गया है. ग्राम प्रधान सुरेंद्र राणा ने बताया कि 25 गांवों के ग्रामीण 1 साल से शासन-प्रशासन के चक्कर काट कर थक गए हैं. लेकिन किसी ने भी रास्ते की सुध नहीं ली. पिछले 1 साल से ग्रामीण टूटे-फूटे रास्ते से गुजर कर जान जोखिम में डालकर सड़क तक पहुंच रहे हैं.
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मार्ग जर्जर होने से ग्रामीण परेशान: अगर गांव का कोई भी व्यक्ति बीमार होता है, तो उसे इसी खस्ताहाल मार्ग से पालकी के सहारे सड़क तक पहुंचाना पड़ता है. ग्रामीणों ने कहा कि बोरसारी के गांव के आसपास 25 गांवों के लोग इसी पैदल रास्ते से सड़क तक पहुंचते हैं. लेकिन ऑल वेदर रोड पर काम करने वाली एजेंसी मानकों को ताक पर रख कार्य कर रही है. वहीं इस मुद्दे पर टिहरी जिला अधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार ने जल्द पैदल रास्ता बनाने के लिए सर्वे टीम बना दी है. सर्वे रिपोर्ट आने के बाद तुरंत 25 गांवों के लिए रास्ता बनाया जाएगा. साथ ही कह कि इसमें जिसकी भी लापरवाही होगी, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.