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रुद्रप्रयाग: स्कूल में क्वारंटाइन युवकों ने ऐसी की सफाई की बदल गई तस्वीर - Primary School Jabari

अगस्त्यमुनि ब्लाॅक के दूरस्थ गांव कान्दी के स्कूल में क्वारंटाइन हुए युवकों ने ऐसी साफ सफाई कर दी कि पहचानना मुश्किल हो गया है. यह विद्यालय विगत तीन माह से बंद पड़ा था. ग्रामीणों ने इस अनुकरणीय कार्य की खुब सराहना की.

स्कूल की सफाई
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Published : May 23, 2020, 8:34 PM IST

रुद्रप्रयाग: कोरोना संकट के चलते बड़ी संख्या में घरों को लौटे प्रवासियों को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जा रहा है. ऐसे में कई जगहों पर इन प्रवासियों द्वारा क्वारंटाइन की गाइडलाइनों का पालन नहीं किया जा रहा है. जिससे कई गांवों में आए दिन प्रधानों और लोगों के बीच झड़पों की शिकायत आती रहती है. ऐसे में एक गांव ऐसा है जहां बाहर से आए प्रवासियों ने मिशाल पेश किया है. अगस्त्यमुनि ब्लाॅक के दूरस्थ गांव कान्दी के स्कूल में क्वारंटाइन हुए युवकों ने तीन माह से बंद पड़े स्कूल की साफ-सफाई कर चमका दिया है.

कान्दी ग्राम पंचायत की प्रधान मीना देवी ने बताया कि दिल्ली और मुम्बई से आए युवकों को प्राथमिक विद्यालय जाबरी में क्वारंटाइन किया गया था. दरअसल, यह विद्यालय ग्राम सभा से कुछ दूरी पर एकान्त में बना है. विद्यालय की प्रधानाध्यापिका अरूणा नौटियाल ने विद्यालय को सजाने संवारने में बहुत मेहनत की थी. लेकिन, लाॅकडाउन के चलते विगत तीन माह से विद्यालय बंद है. इस दौरान लगातार हो रही बारिश और विद्यालय बंद होने से चारों ओर झाड़ियां बढ़ गई थी तथा फुलवारी में फूलों के बजाय घास उग आए थे.

पढ़ें-ऋषिकेश में कोरोना के 3 नए मरीज, 7 वर्षीय किशोर भी पॉजिटिव

जिससे यहां क्वारंटाइन होने में लोग आनाकानी भी कर रहे थे. लेकिन, जब से इन युवकों को यहां क्वारंटाइन किया गया. इस दौरान उन्होंने विद्यालय की साफ सफाई तथा फुलवारी की निराई गुड़ाई करने के साथ ही सुबह सांय सिंचाई करके विद्यालय को चमका दिया है. उनका यह प्रयास उन प्रवासियों के लिए एक उदाहरण है जो इस वैश्विक संकट में अपने मूल में आकर भी शहर की मानसिकता को नहीं छोड़ पाए हैं.

रुद्रप्रयाग: कोरोना संकट के चलते बड़ी संख्या में घरों को लौटे प्रवासियों को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जा रहा है. ऐसे में कई जगहों पर इन प्रवासियों द्वारा क्वारंटाइन की गाइडलाइनों का पालन नहीं किया जा रहा है. जिससे कई गांवों में आए दिन प्रधानों और लोगों के बीच झड़पों की शिकायत आती रहती है. ऐसे में एक गांव ऐसा है जहां बाहर से आए प्रवासियों ने मिशाल पेश किया है. अगस्त्यमुनि ब्लाॅक के दूरस्थ गांव कान्दी के स्कूल में क्वारंटाइन हुए युवकों ने तीन माह से बंद पड़े स्कूल की साफ-सफाई कर चमका दिया है.

कान्दी ग्राम पंचायत की प्रधान मीना देवी ने बताया कि दिल्ली और मुम्बई से आए युवकों को प्राथमिक विद्यालय जाबरी में क्वारंटाइन किया गया था. दरअसल, यह विद्यालय ग्राम सभा से कुछ दूरी पर एकान्त में बना है. विद्यालय की प्रधानाध्यापिका अरूणा नौटियाल ने विद्यालय को सजाने संवारने में बहुत मेहनत की थी. लेकिन, लाॅकडाउन के चलते विगत तीन माह से विद्यालय बंद है. इस दौरान लगातार हो रही बारिश और विद्यालय बंद होने से चारों ओर झाड़ियां बढ़ गई थी तथा फुलवारी में फूलों के बजाय घास उग आए थे.

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जिससे यहां क्वारंटाइन होने में लोग आनाकानी भी कर रहे थे. लेकिन, जब से इन युवकों को यहां क्वारंटाइन किया गया. इस दौरान उन्होंने विद्यालय की साफ सफाई तथा फुलवारी की निराई गुड़ाई करने के साथ ही सुबह सांय सिंचाई करके विद्यालय को चमका दिया है. उनका यह प्रयास उन प्रवासियों के लिए एक उदाहरण है जो इस वैश्विक संकट में अपने मूल में आकर भी शहर की मानसिकता को नहीं छोड़ पाए हैं.

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