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रुद्रप्रयाग: भालू ने किया महिला पर हमला, खौफजदा ग्रामीण

पहाड़ी जिलों में जंगली जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला कार्तिक स्वामी मंदिर के बेस कैम्प में बसे पोखठा गांव का है. जहां पर सुषमा देवी (32 वर्ष) घर के पास खेतों में चारापत्ती के लिए गई थी. वहीं, पहले से घात लगाए बैठे भालू ने महिला पर हमला कर दिया.

भालू ने किया महिला पर हमला
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Published : Nov 12, 2019, 9:56 PM IST

रुद्रप्रयागः पहाड़ी जिलों में जंगली जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन गुलदार और भालू के हमले की घटनाएं सामने आ रही है. ताजा मामला पोखठा गांव का है, जहां मवेशियों के लिए चारापत्ती लेने गई एक महिला को भालू ने हमलाकर घायल कर दिया.

बता दें कि लंबे समय से जिले में जंगली जानवरों का आतंक बना हुआ है. ताजा मामला कार्तिक स्वामी मंदिर के बेस कैम्प में बसे पोखठा गांव का है. जहां पर सुषमा देवी (32 वर्ष) घर के पास खेतों में चारापत्ती के लिए गई थी. वहीं, पहले से घात लगाए बैठे भालू ने महिला पर हमला कर दिया.

ये भी पढ़ेंः100 साल पहले पुतली को ब्याह कर लाए थे गांव के तांत्रिक, आज भी जश्न मनाता है पूरा गांव

वहीं, महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के खेतों ने काम कर रहे लोगों ने महिला को भालू के चंगुल से छुड़वाया. जबकि, इस हमले में महिला बुरी तरह से घायल हो गई. जिसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.

ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में भालू और गुलदार का आतंक बना हुआ है. ऐसे में ग्रामीण घरों से बाहर निकलने में भी कतरा रहे हैं. वहीं, अब रोजमर्रा की जरुरतों के लिए महिलाओं का जंगल जाना मुश्किल हो गया है.

रुद्रप्रयागः पहाड़ी जिलों में जंगली जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन गुलदार और भालू के हमले की घटनाएं सामने आ रही है. ताजा मामला पोखठा गांव का है, जहां मवेशियों के लिए चारापत्ती लेने गई एक महिला को भालू ने हमलाकर घायल कर दिया.

बता दें कि लंबे समय से जिले में जंगली जानवरों का आतंक बना हुआ है. ताजा मामला कार्तिक स्वामी मंदिर के बेस कैम्प में बसे पोखठा गांव का है. जहां पर सुषमा देवी (32 वर्ष) घर के पास खेतों में चारापत्ती के लिए गई थी. वहीं, पहले से घात लगाए बैठे भालू ने महिला पर हमला कर दिया.

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वहीं, महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के खेतों ने काम कर रहे लोगों ने महिला को भालू के चंगुल से छुड़वाया. जबकि, इस हमले में महिला बुरी तरह से घायल हो गई. जिसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.

ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में भालू और गुलदार का आतंक बना हुआ है. ऐसे में ग्रामीण घरों से बाहर निकलने में भी कतरा रहे हैं. वहीं, अब रोजमर्रा की जरुरतों के लिए महिलाओं का जंगल जाना मुश्किल हो गया है.

Intro:घर के पास भालू ने महिला को किया लहुलुहान
तल्लानागपुर क्षेत्र के पोखठा में भालू और गुलदार का आतंक
रुद्रप्रयाग। पहाड़ी जिलो में महिलाओं का जीवन कष्टदायी बना हुआ है। हर दिन गुलदार और भालू के आतंक की घटनाएं सामने आ रही है, जिस कारण महिलाओं के रोजमर्रा के कार्य प्रभावित होने लगे हैं। एक ओर जहां भरदार पट्टी के जंगलों में गुलदार का आतंक बना हुआ है तो वहीं दूसरी ओर तल्लानागपुर क्षेत्र में गुलदार हर दिन ग्रामीणों पर हमला कर बुरी तरह घायल कर रहा है। ऐसे में ग्रामीण महिलाओं का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। Body:ताजा मामला रुद्रप्रयाग और चमोली की सीमा से जुड़े कार्तिक स्वामी मंदिर के बेस कैम्प में बसे पोखठा गांव का है, जहां पर सुषमा देवी पत्नी दर्शन सिंह उम्र 32 वर्ष अपने घर के पास माना तोक में खेतों में चारापत्ती के लिए गई थी। कुछ देर बाद पहले से घात लगाये बैठे भालू ने महिला पर हमला कर दिया। भालू ने महिला के सिर, हाथ शरीर में कई घाव कर दिए, जिससे महिला बुरी तरह से लहुलुहान हो गई। महिला के जोर जोर से चीखने चिल्लाने से पास में काम कर रहे एक व्यक्ति ने बीच बचाव कर महिला को भालू के चंगुलों से छुड़ाया, तब जाकर भालू वहां से नौ दो ग्यारह हुआ। अन्यथा बड़ी अनहोनी हो सकती थी। ग्रामीणों की मदद से घायल महिला को जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग लाया गया, जहां महिला का उपचार चल रहा है। ग्रामीण प्यार सिंह नेगी ने बताया कि क्षेत्र में भालू और गुलदार का आतंक बना हुआ है। ग्रामीण घरों से बाहर निकलने में भी कतरा रहे हैं। महिलाओं का जंगल जाना मुश्किल हो गया है। ऐसे में जानवरों को चारापत्ति देने की समस्या भी बन गई है। उन्होंने वन विभाग को पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है, जबकि क्षेत्र मे गुलदार और भालुओं के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।
बाइट - प्यार सिंह नेगी, ग्रामीण Conclusion:
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