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रुद्रप्रयाग: पानी की किल्लत से जूझ रहे ग्रामीण, मटमैला पानी पीने को मजबूर

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Published : Jul 2, 2020, 7:43 PM IST

लोगों ने कहा कि शिकायत करने की मांग भी उनकी समस्याओं पर गौर नहीं किया जा रहा है. जिससे उन्हें पानी का लिए मीलों का सफर करना पड़ रहा है. विभाग की लापरवाही से लोगों में खासा रोष है.

water problem in Pandrola village
पंद्रोला गांव में लंबे समय से पानी की समस्या

रुद्रप्रयाग: मंदाकिनी नदी के किनारे विकासखंड जखोली के पन्द्रोला गांव में पिछले छह माह से पानी का संकट बना हुआ है. इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि लिफ्ट पंपिंग योजना में तकनीकी खामी होने और पेयजल स्रोत सूखने के चलते गांव में लंबे समय से पानी की समस्या बनी हुई है.

बता दें कि, विकासखंड जखोली की ग्राम पंचायत शीशों, कुमड़ी और जैली का हिस्सा पंद्रोला गांव के लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. इस गांव के ग्रामीण एक से डेढ़ किमी पैदल चलकर मंदाकिनी नदी से पानी लाने को मजबूर हैं. कई बार ग्रामीणों को मजबूरी में मटमैला पानी लाना पड़ता है. कुछ परिवार ऐसे भी हैं, जो पानी लाने में असमर्थ हैं. ऐसे में ये लोग घोड़ा-खच्चर के माध्यम से पानी ढोने को मजबूर हैं. इन लोगों को सौ लीटर पानी के लिए सौ रुपये खर्च करने पड़ते हैं.

पढ़ें- हल जोतने से चर्चा में आई प्रिया से मिलने पहुंचे हरीश रावत, निभाया अपना वादा

लोगों ने कहा कि शिकायत करने की मांग भी उनकी समस्याओं पर गौर नहीं किया जा रहा है. जिससे उन्हें पानी का लिए मीलों का सफर करना पड़ रहा है. विभाग की लापरवाही से लोगों में खासा रोष है.

रुद्रप्रयाग: मंदाकिनी नदी के किनारे विकासखंड जखोली के पन्द्रोला गांव में पिछले छह माह से पानी का संकट बना हुआ है. इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि लिफ्ट पंपिंग योजना में तकनीकी खामी होने और पेयजल स्रोत सूखने के चलते गांव में लंबे समय से पानी की समस्या बनी हुई है.

बता दें कि, विकासखंड जखोली की ग्राम पंचायत शीशों, कुमड़ी और जैली का हिस्सा पंद्रोला गांव के लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. इस गांव के ग्रामीण एक से डेढ़ किमी पैदल चलकर मंदाकिनी नदी से पानी लाने को मजबूर हैं. कई बार ग्रामीणों को मजबूरी में मटमैला पानी लाना पड़ता है. कुछ परिवार ऐसे भी हैं, जो पानी लाने में असमर्थ हैं. ऐसे में ये लोग घोड़ा-खच्चर के माध्यम से पानी ढोने को मजबूर हैं. इन लोगों को सौ लीटर पानी के लिए सौ रुपये खर्च करने पड़ते हैं.

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लोगों ने कहा कि शिकायत करने की मांग भी उनकी समस्याओं पर गौर नहीं किया जा रहा है. जिससे उन्हें पानी का लिए मीलों का सफर करना पड़ रहा है. विभाग की लापरवाही से लोगों में खासा रोष है.

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