रुद्रप्रयाग: विकासखंड जखोली के सेमलता (भरदार) निवासी विशाल बागड़ी का चयन भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए हुआ है. अखिल भारतीय स्तर की कठिन मानी जाने वाली इस परीक्षा में कॉमन एंट्रेंस टेस्ट में विशाल ने 127वीं ऑल इंडिया रैंकिंग प्राप्त की है. जिससे जिले में खुशी की लहर है.
व्यवसायी पिता नरेन्द्र सिंह बागड़ी और शिक्षिका माता मिली बागड़ी के सुपुत्र विशाल ने चौथे प्रयास में यह मुकाम हासिल किया है. विशाल अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और पारिवारिक जनों के साथ अपने गुरूजनों को देते है. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी इस सफलता में उनकी मां मिली बागड़ी की परवरिश का बहुत बड़ा हाथ हैं.
लिखित, मौखिक, साक्षात्कार और मेडिकल सहित चार चरणों की इस परीक्षा में जब भी लक्ष्य दूर लगने लगता तो मां के प्रोत्साहन ने हमेशा उत्साहित किया. विशाल की बारहवीं तक की शिक्षा देहरादून में हुई. तीन बार विफल होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और चौथी बार फिर से प्रयास किया और इस बार उन्हें सफलता मिला.
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विश्वविद्यालय की इसी परीक्षा के लिए चार बार प्रयास क्यों?
विशाल बागड़ी ने इसी विश्वविद्यालय के इनती मेहनत क्यों की इस बारे में वो कहते है कि ग्यारहवीं कक्षा में उन्हें इस परीक्षा के बारे में पता चला था. अधिक जानकारी प्राप्त करने के बाद मालूम हुआ कि एक साल की पढ़ाई के बाद डेढ़ साल तक समुद्री जहाज में देश के तटीय इलाकों के अलावा विदेशों की यात्राएं करने का मौका दिया जाता है. कोर्स सफलता पूर्वक पूरा करने के बाद थर्ड ऑफिसर के रूप में तैनाती दी जाती है. इसी से आकृषित होकर उन्होंने भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय में जाने के फैसला किया और अपनी तैयारी शुरू की.
विशाल बागड़ी के मुताबिक वे तीन बार विभिन्न चरणों तक पहुंचे, लेकिन अन्तिम वरीयता सूची में स्थान न बना सके. इस बार उन्हें चयन की पूरी उम्मीद थी. विशाल प्रसिध्द सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता स्वर्गीय मोहन सिंह बागड़ी के पौत्र हैं. उनकी इस सफलता के लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने उन्हें बधाई दी है.