रुद्रप्रयाग: 9 दिन से जिंदगी और मौत से जूझ रही गाय को आखिरकार ग्रामीणों ने अपनी जान जोखिम में डालकर बचा लिया. गाय 9 दिन पहले केदारघाटी की मधु गंगा नदी में फंस गई थी. ग्रामीणों ने आपदा प्रबंधन से लेकर प्रशासन तक को सूचना दी. लेकिन किसी ने कोई सुध नहीं ली तो ग्रामीण खुद ही गाय को बचाने के लिए नदी में उतर गये.
बता दें कि, गाय को बचाने के लिए ग्रामीणों ने नदी में पहले अस्थाई पुल तैयार किया. फिर गाय को दोनों ओर से रस्सियों से बांधकर नदी की तेज धारा से बाहर निकाला गया. गाय को रेस्क्यू करते समय नदी का बहाव इतना तेज था कि गाय रस्सियों से नहीं बंधी होती तो नदी की तेज धारा में बह जाती.
ये भी पढ़ें: CM धामी की रूठों को मनाने की कवायद या कुछ और, क्या हैं Dinner के मायने?
दरअसल, 9 दिन पहले गाय चुगान करते-करते मधु गंगा नदी पहुंच गई थी और नदी की तेज धारा में फंस गई थी. गाय को नदी के दोनों ओर आने-जाने का कोई रास्ता नहीं मिला. गाय 9 दिन तक वहीं फंसी रही. 9 दिन तक भूख से तड़पती गाय की आखिरकार ग्रामीणों ने सुध ली और रेस्क्यू किया. रेस्क्यू से पहले ग्रामीणों ने नदी में जाने के लिए लकड़ियों से अस्थाई पुल तैयार किया. फिर गाय को दोनों ओर से रस्सियों से बांधकर सुरक्षित नदी से निकाला.