रुद्रप्रयाग: केदारघाटी में हर रोज दोपहर बाद बारिश होने से गेहूं की फसलों को खासा नुकसान हो रहा है. कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि होने से फसलें चौपट हो गई, जिससे किसानों के सामने रोटी का संकट खड़ा हो गया है. साथ ही बुग्यालों में रहने वाले भेड़ पालकों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं.
ग्रामीण मुलायम सिंह तिंदोरी ने बताया कि केदारघाटी में हर रोज बारिश होने से यहां के जनमानस की दिनचर्या खासी प्रभावित हो रही है. प्रधान योगेंद्र नेगी ने बताया कि शनिवार देर शाम को तुंगनाथ घाटी के विभिन्न गांवों में ओलावृष्टि होने से काश्तकारों की गेहूं व साग, सब्जी की फसलें चौपट होने से आजीविका का संकट पैदा हो गया है. काश्तकार नंदन सिंह रावत ने बताया कि बेमौसम बारिश से धान की खेती को भी नुकसान पहुंच रहा है.
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वहीं, दूसरी ओर अगस्त्यमुनि के धार तोंदला में भी भयंकर ओलावृष्टि से कास्तकारों की गेहूं आदि की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है और कास्तकारों के सामने रोजी रोटी का संकट बन गया है. इन दिनों पहाड़ों में आए दिन मौसम खराब हो रहा है और शाम के समय बारिश के साथ ओलावृष्टि हो रही है. रविवार शाम को भी अगस्त्यमुनि के धार तोंदला में काफी ओलावृष्टि हुई, जिससे खेतों में मक्की, गेहूं, मटर आदि की फसल बर्बाद हो गयी है.