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UKD ने रेलवे प्रोजेक्ट का काम रोका, स्थानीय युवाओं को रोजगार न देने पर भड़के

रेलवे प्रोजेक्ट में स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की मांग को लेकर यूकेडी युवा मोर्चा ने सुमेरपुर में रेलवे का कार्य बंद कर मेगा कंपनी के कार्यालय पर तालाबंदी की.

Rudraprayag News
रुद्र्रयाग
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Published : Oct 1, 2021, 10:54 PM IST

रुद्रप्रयाग: रेलवे प्रोजेक्ट में स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की मांग को लेकर यूकेडी युवा मोर्चा ने सुमेरपुर में रेलवे का कार्य बंद कर मेगा कंपनी के कार्यालय पर तालाबंदी की. साथ ही निर्णय लिया गया कि 15 दिन के भीतर स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं दिया गया तो उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा.

शुक्रवार को बड़ी संख्या में बेरोजगारों ने सुमेरपुर में चल रहे रेलवे के कार्य को बंद कराया. साथ ही कंपनी के कार्यालय पर तालाबंदी कर धरना दिया. इस दौरान एसडीएम और रेलवे के अधिकारियों की मौजूदगी में बेरोजगारों की सूची सौंपी गई. आंदोलनकारियों ने स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के लिए कंपनी को 15 दिन का समय दिया गया.

उक्रांद ने 15 दिन के भीतर रोजगार न मिलने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. यूकेडी नेताओं ने कहा कि स्थानीय बेरोजगारों की इस लड़ाई में उक्रांद साथ में खड़ा है. स्थानीय युवाओं की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कहा कि किसी भी प्रोजेक्ट में 70 प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार का प्रावधान है, लेकिन रेलवे में ऐसा कहीं भी नजर नहीं आ रहा.

ये भी पढ़ेंः चंपावत में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर 345 सस्ता गल्ला विक्रेता, ये हैं मांगें

उक्रांद के युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि आज हमारे युवा रोजगार के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. जबकि रेलवे में उन्हें रोजगार मिल सकता था. लेकिन यहां कार्य रही कंपनियों ने बाहर के लोगों को ही रोजगार दिया है. उक्रांद बेरोजगार युवाओं की लड़ाई तब तक लड़ेगा, जब तक उन्हें उनका हक नहीं मिल जाता. उन्होंने कहा कि रेलवे प्रोजेक्ट में रोजगार का पहला हक स्थानीय लोगों का है. कंपनी के अधिकारी स्थानीय युवाओं को योग्यतानुसार रोजगार नहीं देते हैं तो उन्हें भी अपना बोरिया बिस्तर तैयार रखना चाहिए.

रुद्रप्रयाग: रेलवे प्रोजेक्ट में स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की मांग को लेकर यूकेडी युवा मोर्चा ने सुमेरपुर में रेलवे का कार्य बंद कर मेगा कंपनी के कार्यालय पर तालाबंदी की. साथ ही निर्णय लिया गया कि 15 दिन के भीतर स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं दिया गया तो उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा.

शुक्रवार को बड़ी संख्या में बेरोजगारों ने सुमेरपुर में चल रहे रेलवे के कार्य को बंद कराया. साथ ही कंपनी के कार्यालय पर तालाबंदी कर धरना दिया. इस दौरान एसडीएम और रेलवे के अधिकारियों की मौजूदगी में बेरोजगारों की सूची सौंपी गई. आंदोलनकारियों ने स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के लिए कंपनी को 15 दिन का समय दिया गया.

उक्रांद ने 15 दिन के भीतर रोजगार न मिलने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. यूकेडी नेताओं ने कहा कि स्थानीय बेरोजगारों की इस लड़ाई में उक्रांद साथ में खड़ा है. स्थानीय युवाओं की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कहा कि किसी भी प्रोजेक्ट में 70 प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार का प्रावधान है, लेकिन रेलवे में ऐसा कहीं भी नजर नहीं आ रहा.

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उक्रांद के युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि आज हमारे युवा रोजगार के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. जबकि रेलवे में उन्हें रोजगार मिल सकता था. लेकिन यहां कार्य रही कंपनियों ने बाहर के लोगों को ही रोजगार दिया है. उक्रांद बेरोजगार युवाओं की लड़ाई तब तक लड़ेगा, जब तक उन्हें उनका हक नहीं मिल जाता. उन्होंने कहा कि रेलवे प्रोजेक्ट में रोजगार का पहला हक स्थानीय लोगों का है. कंपनी के अधिकारी स्थानीय युवाओं को योग्यतानुसार रोजगार नहीं देते हैं तो उन्हें भी अपना बोरिया बिस्तर तैयार रखना चाहिए.

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