रुद्रप्रयागः गर्भवती महिला और उसके नवजात बच्चे की मौत के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखोली के मेडिकल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगा है. उत्तराखंड क्रांति दल ने इसे गंभीर लापरवाही बताते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई है. इतना ही नहीं मेडिकल स्टाफ के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता मोहित डिमरी ने बताया कि मयाली निवासी गर्भवती महिला विनीता देवी को 31 दिसंबर को शाम सात बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखोली में भर्ती किया गया. देर रात करीब 12.30 बजे महिला ने बच्चे को जन्म दिया. इसके बाद करीब देर रात करीब 1.30 बजे मेडिकल स्टाफ ने गर्भवती महिला और उसके नवजात बच्चे को रुद्रप्रयाग जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया. इस बीच दोनों ने दम तोड़ दिया. जिला चिकित्सालय में भी डॉक्टर करीब दो घंटे बाद पहुंचे.
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उन्होंने कहा कि जखोली में तैनात मेडिकल स्टाफ की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत हुई. अगर समय पर दोनों को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया जाता तो दोनों की जान बच सकती थी. मोहित डिमरी ने इसे गंभीर लापरवाही बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की. साथ ही मेडिकल स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी मांग उठाई. उन्होंने कहा कि आए दिन जखोली मेडिकल स्टाफ की शिकायतें आती हैं. मरीजों के साथ कर्मचारियों का व्यवहार भी सही नहीं है. पूर्व में भी इस तरह की लापरवाही के मामले सामने आ चुके हैं.