रुद्रप्रयाग: केदारनाथ हाईवे पर रुद्रप्रयाग संगम बाजार स्थित सुरंग का ट्रीटमेंट कार्य शुरू हो गया है. करीब 26 दिनों बाद यह कार्य शुरू हो पाया, जबकि विभाग की ओर से एक माह के भीतर कार्य को खत्म करने की बात कही गई थी. ऐसे में चमोली और रुद्रप्रयाग की जनता के साथ ही पर्यटक स्थलों की ओर पहुंच रहे सैलानियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
विभाग का कहना है कि एक माह के भीतर कार्य को पूरा कर लिया जाएगा. इस कार्य को करने के लिए विभाग ने एक माह का समय मांगा था. दरअसल, केदारनाथ हाईवे पर स्थित 60 मीटर लंबी सुरंग क्षतिग्रस्त हो गई थी. एक माह पहले सुरंग के क्षतिग्रस्त 21 मीटर हिस्से को तोड़ दिया गया था और सुरंग से आवाजाही बंद की गई थी. सुरंग के ट्रीटमेंट के लिए एनएच ने एक माह का समय मांगा था, लेकिन 25 दिन गुजरने के बाद भी सुरंग के क्षतिग्रस्त हिस्से का ट्रीटमेंट शुरू नहीं हो पाया. सुरंग पर आवाजाही बंद होने से जनता को सफर करने में काफी दिक्कतें हो रही हैं और उन्हें कई किमी का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है.
यह भी पढ़ें-गाड़ी चलाने के नियमों की अनदेखी पर होगी सख्ती, जानिए क्या हैं जरूरी 42 नियम
इसके साथ ही मुख्य बाजार रुद्रप्रयाग में घंटों तक जाम लग रहा है. हालांकि अब विभाग की मशीने सुरंग पर पहुंच गई हैं और कार्य को शुरू किया जा रहा है, जिस कारण अभी एक माह तक सुरंग पर आवाजाही बंद रहेगी. ऐसे में स्थानीय जनता में भी रोष बना हुआ है. स्थानीय निवासी अशोक चौधरी ने कहा कि संगम बाजार स्थित सुरंग केदारघाटी की जनता के लिए लाइफलाइन है. इस सुरंग पर एक माह पहले ही तोड़फोड़ का कार्य शुरू किया गया था. यह कार्य एक सप्ताह तक चला और बाकी के दिनों तक कार्य ठप रहा. ऐसे में जनता को एक बार मुख्य बाजार होकर जवाड़ी बाईपास से होकर आना पड़ा.
उन्होंने कहा कि जब मशीने ही नहीं पहुंची थी तो विभाग ने कार्य पहले ही क्यों शुरू करवा दिया. पहले ही ऑल वेदर कार्य के चलते जनता परेशान है. ऊपर से उन्हें अनावश्यक मुसीबत में डाला जा रहा है. सूत्रों से यह भी पता चला है कि सुरंग का कार्य पहले ही शुरू करवा दिया गया, जबकि टेंडर की प्रक्रिया बाद में की गई और डिजाइन के बिना ही कार्य करवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एक माह के भीतर यदि कार्य को समाप्त नहीं किया गया तो स्थानीय जनता आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएगी. वहीं एनएच के अधिशासी अभियंता जितेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि 21 मीटर सुरंग के ट्रीटमेंट के लिए मशीने पहुंच चुकी हैं और कार्य भी शुरू कर दिया गया है. एक माह में कार्य पूरा होने के बाद सुरंग से आवाजाही शुरू हो जाएगी.