रुद्रप्रयाग: केदारघाटी से संचालित हो रही हेली सेवाओं के टिकट की धोखाधड़ी के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. आये दिन तीर्थयात्री जालसाजी के मामले को लेकर पुलिस के पास पहुंच रहे हैं. इन बढ़ते मामलों में हरिद्वार, ऋषिकेश की ट्रेवल्स एजेंसियों के नाम सामने आ रहे हैं. ऐसे में पुलिस भी सिर्फ मामले दर्ज करने तक ही सीमित रह गई है. ताजा मामला आंध्र प्रदेश के 26 तीर्थयात्रियों से जुड़ा है, जिन्होंने पुलिस जालसाजी के संबंध में एक शिकायती-पत्र सौंपा है.
श्रद्धालुओं ने बताया कि जग्गा टूर एंड ट्रैवल कंपनी हरिद्वार से उन्होंने दो धाम की बुकिंग के लिए 97 हजार रुपए दिये थे. बाद में ट्रैवल एजेंसी ने केदारनाथ के लिए भी हेली टिकट लेने का प्रलोभन दिया और सरदार कर्मजीत सिंह नाम के एक व्यक्ति का नंबर दे दिया. कर्मजीत सिंह से बात हुई तो उसने 26 यात्रियों के हेली टिकट बुकिंग के दो लाख 24 हजार 200 रुपए में बुक करने की बात कहकर पैसे ले लिए. साथ ही टिकट हेलीपैड पर देने का आश्वासन दिया.
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आंध्र प्रदेश के तीर्थयात्रियों ने बताया कि हेलीपैड पहुंचने पर जब कर्मजीत से संपर्क किया गया तो उसका नंबर ऑफ था. इसके बाद उन्होंने दोबारा से टिकट बुक करवाये और धाम की यात्रा के लिए पहुंचे. धोखाधड़ी का शिकार हुए तीर्थयात्रियों ने बताया कि गुप्तकाशी थाने में कर्मजीत सिंह के खिलाफ 420 के तहत पुलिस ने मामला दर्ज कर दिया है. वहीं, पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि हेली टिकट में तीर्थयात्रियों से धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में विशेष टीम गठित करते हुए तत्काल कार्रवाई के आदेश दे दिये गए हैं.
दरअसल, केदारघाटी में 9 हेली कंपनियां सेवाएं दे रही हैं. कपाट खुलने के एक हफ्ते बाद हेली कंपनी घाटी पहुंची थी, जिस वजह से तीर्थयात्री ऑनलाइन टिकट बुक नहीं करवा पाये. इस वजह से अब उन्हें दलालों का शिकार होना पड़ रहा है. घाटी में सात हेलीकॉप्टरों की बुकिंग प्राइवेट कंपनियां कर रही हैं और दो हेली सेवाओं की बुकिंग गढ़वाल मंडल विकास निगम कर रहा है.
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चारधाम यात्रा के लिए धामों के कपाट खुलने से लेकर अबतक 12 से ज्यादा धोखाधड़ी के मामले सामने आ चुके हैं. पुलिस प्रशासन तीर्थयात्रियों को जांच का भरोसा तो दिला रही है, लेकिन कोई अबतक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है.
बता दें कि पिछले साल हेली सेवाओं की बुकिंग को लेकर ब्लैक टिकटिंग के मामले सामने आते थे. लेकिन, इस बार ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. तीर्थयात्रियों से हेली टिकट के एवज में अधिक दाम वसूलने के साथ ही श्रद्धालुओं को टिकट के नाम ठगा जा रहा है.