रुद्रप्रयाग: जिले में भारी हिमपात के कारण पर्यटक स्थलों को जाने वाले मार्ग बंद पड़े हुए हैं. मार्गों के बंद पड़े होने से पर्यटक जगह-जगह फंसे हुए हैं और मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं. जिले के ऊखीमठ-चोपता-दुगलबिट्टा, चिरबटिया-मयाली और कनकचैंरी-कार्तिकस्वामी सहित तीन मोटरमार्ग बंद पड़े हुए हैं, जहां भारी बर्फबारी हुई है. वहीं, रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने उप जिलाधिकारियों को क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ विद्युत, पानी और मोटरमार्ग को बहाल करने के निर्देश दिए हैं.
बीते तीन दिनों से जिले के पर्वतीय इलाकों में हो रही बर्फबारी से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बर्फबारी और बारिश के कारण ऊखीमठ-चोपता-दुगलबिट्टा, चिरबटिया-मयाली एवं कनकचैंरी-कार्तिकस्वामी सहित तीनों मोटरमार्ग बंद पड़े हुए हैं. यहां पर विद्युत, सड़क, पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. ऐसे में संबंधित अधिकारी बंद सड़कों को खोलने का काम और पेयजल आपूर्ति दुरुस्त करने की दिशा में तत्परता से काम कर रहे हैं.
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जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने स्वयं बर्फबारी से लकदक कनकचैंरी क्षेत्र का निरीक्षण किया और बर्फबारी से बाधित मोटरमार्ग को जेसीबी के माध्यम से खुलवाया. डीएम ने सभी निर्माणदायी संस्थाओं को निर्देश दिये कि मोटरमार्ग को तत्काल खुलवाया जाए, जिससे गर्भवती महिलाओं और अस्वस्थ लोगों को स्वास्थ्य केन्द्रों तक आसानी से पहुंचाया जा सके.
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि हिमपात से आज जनजीवन प्रभावित नहीं होना चाहिए. इस अवसर पर कनकचैंरी के समीप मायादीप होम स्टे का निरीक्षण जिलाधिकारी ने किया. स्थानीय लोगों ने बताया कि लगभग 200 के करीब पर्यटक कार्तिक स्वामी गए हुए हैं. आपदा कंट्रोल रूम निरन्तर क्रियाशील है. किसी भी समस्या के लिए कन्ट्रोल रूम के नम्बर पर भी संपर्क किया जा सकता है. साथ ही यातायात बहाली के लिए पुलिस और प्रशासन पूरी तत्परता से कार्य कर रहा है.