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अब बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए नहीं लगानी पड़ेगी लाइन, शुरू हुआ टोकन सिस्टम - token system to visit kedarnath in rudraprayag

बाबा केदार के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुल गए हैं. लाखों का तादाद में श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं. जिसे देखते हुए इस बार धाम में टोकन सिस्टम लागू किया गया है.

बाबा केदार के दर्शन के लिए लागू हुआ टोकन सिस्टम.
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Published : May 10, 2019, 10:48 AM IST

रुद्रप्रयाग: बाबा केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए गुरुवार को खोल दिए गए. वहीं, श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस बार धाम में टोकन सिस्टम लागू किया गया है. जिसके तहत तीर्थयात्री टोकन लेकर अपनी बारी का इंतजार कर सकते हैं. वहीं, कपाट खुलने के अवसर पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल और पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने श्रद्धालुओं को टोकन वितरित कर इसकी शुरुआत की.

बता दें कि पिछले साल 7 लाख से ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे थे. हर साल लाखों की तादाद में श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए धाम पहुंचते हैं. बाबा के दर्शन के लिए कोई उचित व्यवस्था न होने के चलते श्रद्धालुओं को लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना होता था. लेकिन इस बार तीर्थयात्रियों को लम्बी कतार में खड़ा नहीं रहना पड़ेगा.

नई व्यवस्था के तहत पहले 200 टोकन प्राप्त करने वाले श्रद्धालु लाइन पर खड़े रहेंगे और अन्य श्रद्धालु टोकन प्राप्त कर इंतजार करेंगे. जिससे श्रद्धालुओं को अनावश्यक रूप से खड़ा नहीं रहना पड़ेगा और आराम से बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर सकते हैं. साथ ही टोकन सिस्टम में हर दिन के लिए नए कोडिंग की व्यवस्था भी की गई है.

बाबा केदार के दर्शन के लिए लागू हुआ टोकन सिस्टम.

वहीं, पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि टोकन सिस्टम होने से यात्रियों को काफी राहत मिली है. पहले तीर्थयात्री एक से दो किमी लम्बी लाइन में लगकर बाबा के दर्शन करते थे, लेकिन अब वे आराम से अपनी बारी का इंतजार कर बाबा के दर्शन कर सकतें हैं.

अजय सिंह ने बताया कि पहले दिन कपाट खुलने के अवसर पर टोकन कोड जय श्री केदार रखा गया था. जोकि हर दिन बदला जायेगा. उन्होंने कहा कि इसे तैयार करने और वितरण के लिए जिला प्रशासन की ओर से डीडीआरएफ को अधिकृत किया गया है. इस बार यह एक प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया है, जिसका लाभ श्रद्धालुओं को मिल रहा है.

रुद्रप्रयाग: बाबा केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए गुरुवार को खोल दिए गए. वहीं, श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस बार धाम में टोकन सिस्टम लागू किया गया है. जिसके तहत तीर्थयात्री टोकन लेकर अपनी बारी का इंतजार कर सकते हैं. वहीं, कपाट खुलने के अवसर पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल और पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने श्रद्धालुओं को टोकन वितरित कर इसकी शुरुआत की.

बता दें कि पिछले साल 7 लाख से ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे थे. हर साल लाखों की तादाद में श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए धाम पहुंचते हैं. बाबा के दर्शन के लिए कोई उचित व्यवस्था न होने के चलते श्रद्धालुओं को लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना होता था. लेकिन इस बार तीर्थयात्रियों को लम्बी कतार में खड़ा नहीं रहना पड़ेगा.

नई व्यवस्था के तहत पहले 200 टोकन प्राप्त करने वाले श्रद्धालु लाइन पर खड़े रहेंगे और अन्य श्रद्धालु टोकन प्राप्त कर इंतजार करेंगे. जिससे श्रद्धालुओं को अनावश्यक रूप से खड़ा नहीं रहना पड़ेगा और आराम से बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर सकते हैं. साथ ही टोकन सिस्टम में हर दिन के लिए नए कोडिंग की व्यवस्था भी की गई है.

बाबा केदार के दर्शन के लिए लागू हुआ टोकन सिस्टम.

वहीं, पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि टोकन सिस्टम होने से यात्रियों को काफी राहत मिली है. पहले तीर्थयात्री एक से दो किमी लम्बी लाइन में लगकर बाबा के दर्शन करते थे, लेकिन अब वे आराम से अपनी बारी का इंतजार कर बाबा के दर्शन कर सकतें हैं.

अजय सिंह ने बताया कि पहले दिन कपाट खुलने के अवसर पर टोकन कोड जय श्री केदार रखा गया था. जोकि हर दिन बदला जायेगा. उन्होंने कहा कि इसे तैयार करने और वितरण के लिए जिला प्रशासन की ओर से डीडीआरएफ को अधिकृत किया गया है. इस बार यह एक प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया है, जिसका लाभ श्रद्धालुओं को मिल रहा है.

लम्बी कतार की समस्या से श्रद्धालुओं को मिली निजात
कपाट खुलने के मौके पर टोकन सिस्टम से किये श्रद्धालुओं ने दर्शन 
श्रद्धालुओं ने जताया प्रशासन का आभार 
उत्तराखण्ड डेस्क
स्लग - टोकन सिस्टम 
रिपोर्ट - रोहित डिमरी/09 मई 2019/रुद्रप्रयाग/एवी
एंकर - उत्तराखंड के चारधामों में सुप्रसिद्ध 11वें ज्योतिर्लिंग के रूप में विख्यात बाबा केदार के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुल गए हैं। आपदा के बाद केदारनाथ धाम में जैसे-कैसे व्यवस्थाओं को सुचारू किया गया है, जिसके बाद से हर साल यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। पिछले वर्ष बाबा के धाम में सात लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंचे थे, वहीं इस बार आंकड़ा आठ लाख के पार हो सकता है। 
देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की जिला प्रशासन एवं पुलिस की ओर से हरसंभव मदद की जा रही है। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस बार धाम में टोकन सिस्टम लागू किया गया है, जिससे तीर्थयात्रियों को लम्बी कतार लगाकर खड़ा नहीं रहना होगा। व्यवस्था के तहत पहले दो सौ टोकन प्राप्त करने वाले श्रद्धालु लाइन पर खड़े रहेंगे और अन्य श्रद्धालु टोकन प्राप्त कर इंतजार करेंगे। इससे जहां श्रद्धालुओं को अनावश्यक रूप से खड़ा नहीं रहना पड़ेगा, वहीं श्रद्धालु आराम से बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर सुकून से बाबा के दर्शन कर सकते हैं। टोकन सिस्टम में हर दिन के लिए कोडिंग की व्यवस्था की गई है। कपाट खुलने अवसर पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल एवं पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने श्रद्धालुओं को टोकन वितरित कर इसकी शुरुआत की। पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि टोकन सिस्टम होने से यात्रियों को काफी राहत मिली है। पहले तीर्थयात्री एक से दो किमी लम्बी लाइन में लगकर बाबा के दर्शनों का इंतजार करते थे, मगर अब वे आराम से अपनी बारी का इंतजार कर बाबा के दर्शन कर सकतें हैं। उन्होंने बताया कि हर दिन टोकन कोड बदला जायेगा। पहले दिन कपाट खुलने के अवसर पर टोकन कोड जय श्री केदार रखा गया। इसे तैयार करने व वितरण के लिए जिला प्रशासन की ओर से डीडीआरएफ को अधिकृत किया गया है। इस बार यह एक प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया है, जिसका लाभ श्रद्धालुओं को मिल रहा है। 


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