रुद्रप्रयागः आगामी 9 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाने हैं. लेकिन अभी केदार धाम में कई फीट तक बर्फ जमी हुई है. केदारनाथ यात्रा के विधिवत सफल संचालन के लिये प्रशासन ने गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया है. प्रशासन के 100 कर्मचारी और कई मजदूर बर्फ हटाने में जुटे हुए हैं. इसी के तहत टीम बर्फ हटाते हुए छोटी लिनचौली तक पहुंच गई है. वहीं, डीएम का कहना है कि रास्ते से बर्फ हटाने के बाद ही धाम में संचार, विद्युत, पेयजल आदि की व्यवस्थाएं सुचारू हो पाएंगी.
दरअसल, इस बार केदारनाथ धाम समेत केदार घाटी में जमकर भारी बर्फबारी हुई है. केदारनाथ धाम में अभी भी 15 फीट से ज्यादा बर्फ जमी हुई है. केदारनाथ धाम से गौरीकुंड तक के यात्रा पड़ाव और पैदल मार्ग पूरी तरह से बर्फ से ढ़के हुए हैं. पैदल मार्ग पर भी जगह-जगह ग्लेशियर बने हुये हैं. यात्रा को समय से शुरू करवाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है. इसके तहत 100 कर्मचारियों और मजदूरों की टीम बीते 24 मार्च से बर्फ हटाने में जुटी है. टीम ने बर्फ हटाते हुए छोटी लिनचौली पहुंच गई है. भारी बर्फबारी होने के कारण टीम को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बर्फबारी ज्यादा होने से बर्फ हटाने में काफी समय लग रहा है.
ये भी पढ़ेंःसितारगंज पहुंचे मंत्री प्रसाद नैथानी, हरदा के पक्ष में मांगें वोट, बीजेपी को कोसा
वहीं, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार काफी बर्फबारी हुई है. यात्रा को सुचारू रूप से शुरू करने के लिए टीम लगातार बर्फ हटा रही है. उन्होंने बताया कि रास्ते से बर्फ हटाने के बाद ही केदारनाथ धाम में अन्य व्यवस्थाएं सुचारू हो पाएंगी. बर्फ हटाने के बाद धाम में संचार, विद्युत, पेयजल आदि की आपूर्ति भी करनी है. जिलाधिकारी ने कहा कि कपाट खुलने से पहले तक सभी व्यवस्थाएं चाक-चैबंद की जाएंगी.