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रुद्रप्रयाग में 6 सभासदों ने दिया इस्तीफा, जानिए नाराजगी की वजह - रुकमणि भंडारी का इस्तीफा

Six Councillor Resigns in Rudraprayag उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग से बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां 6 सभासदों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया है. बकायदा इस्तीफा डीएम सौरभ गहरवार को सौंप दिया है. इस्तीफे की कई वजह सभासदों ने गिनाई है. इस्तीफा देने वाले सभासदों में लक्ष्मण कप्रवान, संतोष रावत, सुरेंद्र रावत, अमरा देवी, रुकमणि भंडारी, उमा देवी शामिल हैं.

Rudraprayag Councillor Resigned
रुद्रप्रयाग में छह पार्षदों ने इस्तीफा दिया
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 20, 2023, 8:56 PM IST

Updated : Oct 20, 2023, 10:01 PM IST

सभासदों की नाराजगी

रुद्रप्रयागः नगर पालिका रुद्रप्रयाग में बीते 6 महीने से बोर्ड बैठक न कराने समेत अन्य कई मांगों से नाराज 6 सभासदों ने अपना इस्तीफा डीएम सौरभ गहरवार को सौंप दिया है. हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है कि इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है या नहीं. इधर, रुद्रप्रयाग नगर पालिका अध्यक्ष का कहना है कि बोर्ड बैठक बुलाई गई थी, लेकिन सभासदों ने चर्चा के बजाय विरोध किया.

बता दें कि रुद्रप्रयाग नगर पालिका में 7 निर्वाचित सभासद है. 6 सभासद बीते कई समय से नगर पालिका अध्यक्ष गीता झिंकवाण से बोर्ड बैठक न बुलाने और उनके क्षेत्र में विकास कार्य न कराने, बजट को निर्माण कार्यों पर खर्च न करने समेत अन्य मांगों को लेकर विरोध कर रहे हैं. इसके लिए कई बार सभासद नगर पालिका में भी विरोध दर्ज कर चुके हैं.

शुक्रवार को दोपहर में नगर पालिका की बोर्ड बैठक बुलाई गई, लेकिन इसमें भी गरमा गरम बहस हुई. सभासदों ने बताया कि पालिका अध्यक्ष बोर्ड बैठक के बीच में ही चली गईं. जिसके बाद 6 सभासद जिलाधिकारी सौरभ गहरवार को अपना इस्तीफा सौंपने कलेक्ट्रेट पहुंचे. जिलाधिकारी को दिए इस्तीफे में सभासदों ने कहा कि 6 महीने से बोर्ड बैठक होने और अध्यक्ष के बोर्ड बैठक में छोड़कर चले जाने के कारण इस्तीफा दिया गया है.

Six Councillor Resigns in Rudraprayag
रुद्रप्रयाग में छह पार्षदों ने इस्तीफा दिया

सभासदों का कहना है कि इससे पहले भी कई बार पत्र के माध्यम से अधिशासी अधिकारी और पालिका अध्यक्ष को बोर्ड बैठक कराने के लिए लिखित रूप में अवगत किया गया, लेकिन फिर भी बोर्ड बैठक न होने पर सभासदों ने नगर पालिका कार्यालय पर धरना दिया. जिसके बाद 20 अक्टूबर यानी आज बोर्ड बैठक कराए जाने का निर्णय लिया गया, लेकिन अध्यक्ष बिना चर्चा के ही चली गईं.
ये भी पढ़ेंः रुद्रप्रयाग नगर पालिका कूड़े से कर रही कमाई, आमदनी से होगा विकास

उनका कहना है कि पालिकाध्यक्ष गीता झिंकवाण के बैठक छोड़कर चले जाने से साफ प्रतीत हो रहा है कि उनका जन समस्या और जनता के हितों से कोई वास्ता नहीं है. उन्होंने कहा कि वे नगर पालिका अधिनियम का उल्लंघन कर रहे हैं. नगर पालिका अधिनियम में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि हर महीने बोर्ड बैठक की जानी अनिवार्य है. बोर्ड बैठक न होने से समस्त सभासद जनता से जुड़े मुद्दों का समाधान नहीं कर पा रहे हैं.

क्या बोलीं पालिका अध्यक्ष गीता झिंकवाण? इधर, रुद्रप्रयाग नगर पालिका अध्यक्ष गीता झिंकवाण ने बताया कि सभासदों को आज बोर्ड बैठक में बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने विरोध के बजाय कोई सकारात्मक चर्चा नहीं की. जिससे इसका कोई लाभ नहीं हुआ. इस्तीफा देने वाले सभासदों में लक्ष्मण कप्रवान, संतोष रावत, सुरेंद्र रावत, अमरा देवी, रुकमणि भंडारी, उमा देवी शामिल हैं.

कार्यकाल पूरा होने में डेढ़ माह का रह गया समयः नगर पालिका के कार्यकाल को अब महज डेढ़ महीना करीब रह गया है. ऐसे में सभासदों के इस्तीफे से ज्यादा असर पड़ने वाला नहीं है. सरकार की ओर से यदि नगर पालिका का चुनाव लोकसभा चुनाव के बाद कराया गया तो यह भी निश्चित है कि नपा के कार्यकाल समाप्त होते ही प्रशासक अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठ सकते हैं.

सभासदों की नाराजगी

रुद्रप्रयागः नगर पालिका रुद्रप्रयाग में बीते 6 महीने से बोर्ड बैठक न कराने समेत अन्य कई मांगों से नाराज 6 सभासदों ने अपना इस्तीफा डीएम सौरभ गहरवार को सौंप दिया है. हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है कि इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है या नहीं. इधर, रुद्रप्रयाग नगर पालिका अध्यक्ष का कहना है कि बोर्ड बैठक बुलाई गई थी, लेकिन सभासदों ने चर्चा के बजाय विरोध किया.

बता दें कि रुद्रप्रयाग नगर पालिका में 7 निर्वाचित सभासद है. 6 सभासद बीते कई समय से नगर पालिका अध्यक्ष गीता झिंकवाण से बोर्ड बैठक न बुलाने और उनके क्षेत्र में विकास कार्य न कराने, बजट को निर्माण कार्यों पर खर्च न करने समेत अन्य मांगों को लेकर विरोध कर रहे हैं. इसके लिए कई बार सभासद नगर पालिका में भी विरोध दर्ज कर चुके हैं.

शुक्रवार को दोपहर में नगर पालिका की बोर्ड बैठक बुलाई गई, लेकिन इसमें भी गरमा गरम बहस हुई. सभासदों ने बताया कि पालिका अध्यक्ष बोर्ड बैठक के बीच में ही चली गईं. जिसके बाद 6 सभासद जिलाधिकारी सौरभ गहरवार को अपना इस्तीफा सौंपने कलेक्ट्रेट पहुंचे. जिलाधिकारी को दिए इस्तीफे में सभासदों ने कहा कि 6 महीने से बोर्ड बैठक होने और अध्यक्ष के बोर्ड बैठक में छोड़कर चले जाने के कारण इस्तीफा दिया गया है.

Six Councillor Resigns in Rudraprayag
रुद्रप्रयाग में छह पार्षदों ने इस्तीफा दिया

सभासदों का कहना है कि इससे पहले भी कई बार पत्र के माध्यम से अधिशासी अधिकारी और पालिका अध्यक्ष को बोर्ड बैठक कराने के लिए लिखित रूप में अवगत किया गया, लेकिन फिर भी बोर्ड बैठक न होने पर सभासदों ने नगर पालिका कार्यालय पर धरना दिया. जिसके बाद 20 अक्टूबर यानी आज बोर्ड बैठक कराए जाने का निर्णय लिया गया, लेकिन अध्यक्ष बिना चर्चा के ही चली गईं.
ये भी पढ़ेंः रुद्रप्रयाग नगर पालिका कूड़े से कर रही कमाई, आमदनी से होगा विकास

उनका कहना है कि पालिकाध्यक्ष गीता झिंकवाण के बैठक छोड़कर चले जाने से साफ प्रतीत हो रहा है कि उनका जन समस्या और जनता के हितों से कोई वास्ता नहीं है. उन्होंने कहा कि वे नगर पालिका अधिनियम का उल्लंघन कर रहे हैं. नगर पालिका अधिनियम में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि हर महीने बोर्ड बैठक की जानी अनिवार्य है. बोर्ड बैठक न होने से समस्त सभासद जनता से जुड़े मुद्दों का समाधान नहीं कर पा रहे हैं.

क्या बोलीं पालिका अध्यक्ष गीता झिंकवाण? इधर, रुद्रप्रयाग नगर पालिका अध्यक्ष गीता झिंकवाण ने बताया कि सभासदों को आज बोर्ड बैठक में बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने विरोध के बजाय कोई सकारात्मक चर्चा नहीं की. जिससे इसका कोई लाभ नहीं हुआ. इस्तीफा देने वाले सभासदों में लक्ष्मण कप्रवान, संतोष रावत, सुरेंद्र रावत, अमरा देवी, रुकमणि भंडारी, उमा देवी शामिल हैं.

कार्यकाल पूरा होने में डेढ़ माह का रह गया समयः नगर पालिका के कार्यकाल को अब महज डेढ़ महीना करीब रह गया है. ऐसे में सभासदों के इस्तीफे से ज्यादा असर पड़ने वाला नहीं है. सरकार की ओर से यदि नगर पालिका का चुनाव लोकसभा चुनाव के बाद कराया गया तो यह भी निश्चित है कि नपा के कार्यकाल समाप्त होते ही प्रशासक अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठ सकते हैं.

Last Updated : Oct 20, 2023, 10:01 PM IST
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