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तृतीय केदार तुंगनाथ का मनमोहक दृश्य, मंदिर ने ओढ़ी बर्फ की सफेद चादर

पिछले एक सप्ताह की भारी बर्फबारी से चोपता-तुंगनाथ मार्ग पूरी तरह से सफेद चादर से ढक गया है. वहीं, तुंगनाथ मंदिर भी बर्फ से पूरी तरह से ढका नजर आ रहा है. भारी बर्फबारी रास्ते और पेयजल पाइप लाइन पूरी तरह से बाधित है.

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तुंगनाथ मंदिर
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Published : Jan 25, 2020, 7:39 PM IST

रुद्रप्रयाग: मिनी स्वीट्जरलैंड के नाम से विख्यात पर्यटक स्थल चोपता में भारी बर्फबारी हुई है. स्थिति यह है कि चोपता-तुंगनाथ तीन किमी पैदल मार्ग पर भी पूरी तरह बर्फ से ढका हुआ है. तृतीय केदार तुंगनाथ का मंदिर का आधा हिस्सा बर्फ से ढक गया है. अत्यधिक बर्फबारी के कारण तुंगनाथ धाम की पेयजल आपूर्ति भी बाधित है.

पिछले सप्ताह हुई बर्फबारी का असर अभी भी देखा जा रहा है. तृतीय केदार तुंगनाथ धाम में भी जमकर बर्फबारी हुई थी. मंदिर पांच से सात फीट तक बर्फ से ढका है. इसके अलावा चोपता-तुंगनाथ तीन किमी पैदल मार्ग का भी मोटी बर्फ की चादर से ढका हुआ है. जो भी पर्यटक तुंगनाथ पहुंच रहे हैं, उन्हें जान जोखिम में डालकर पैदल मार्ग पर सफर करना पड़ रहा है. बर्फबारी के कारण तुंगनाथ धाम की सभी पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं.

भारी बर्फबारी

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वहीं, मिनी स्वीट्जरलैंड के नाम से विख्यात पर्यटक स्थल चोपता में बर्फबारी के बाद भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं और बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं. हालांकि, पैदल ट्रैक पर पर्यटकों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है.

रुद्रप्रयाग: मिनी स्वीट्जरलैंड के नाम से विख्यात पर्यटक स्थल चोपता में भारी बर्फबारी हुई है. स्थिति यह है कि चोपता-तुंगनाथ तीन किमी पैदल मार्ग पर भी पूरी तरह बर्फ से ढका हुआ है. तृतीय केदार तुंगनाथ का मंदिर का आधा हिस्सा बर्फ से ढक गया है. अत्यधिक बर्फबारी के कारण तुंगनाथ धाम की पेयजल आपूर्ति भी बाधित है.

पिछले सप्ताह हुई बर्फबारी का असर अभी भी देखा जा रहा है. तृतीय केदार तुंगनाथ धाम में भी जमकर बर्फबारी हुई थी. मंदिर पांच से सात फीट तक बर्फ से ढका है. इसके अलावा चोपता-तुंगनाथ तीन किमी पैदल मार्ग का भी मोटी बर्फ की चादर से ढका हुआ है. जो भी पर्यटक तुंगनाथ पहुंच रहे हैं, उन्हें जान जोखिम में डालकर पैदल मार्ग पर सफर करना पड़ रहा है. बर्फबारी के कारण तुंगनाथ धाम की सभी पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं.

भारी बर्फबारी

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वहीं, मिनी स्वीट्जरलैंड के नाम से विख्यात पर्यटक स्थल चोपता में बर्फबारी के बाद भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं और बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं. हालांकि, पैदल ट्रैक पर पर्यटकों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है.

Intro:तुंगनाथ मंदिर का आधा हिस्सा बर्फ ढ़का
तुंगनाथ और चोपता में हुई है जमकर बर्फबारी
एंकर - मिनी स्वीटजरलैंड के नाम से विख्यात पर्यटक स्थल चोपता में भारी मात्रा में बर्फ पड़ी हुई है। स्थिति यह है कि चोपता-तुंगनाथ तीन किमी पैदल मार्ग पर भी पूरी तरह बर्फ से ढ़का है। तृतीय केदार तुंगनाथ का मंदिर का भी आधा हिस्सा बर्फ से ढ़का है। अत्यधिक बर्फबारी के कारण तुंगनाथ धाम की पेयजल योजनाएं भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
Body:वीओ 1 - पिछले सप्ताह तक हुई बर्फबारी का असर अभी भी देखा जा रहा है। तृतीय केदार तुंगनाथ धाम में भी जमकर बर्फबारी हुई थी। मंदिर पांच से सात फीट तक बर्फ से ढ़का है। इसके अलावा चोपता-तुंगनाथ तीन किमी पैदल मार्ग का भी बर्फबारी के बीच कुछ पता नहीं चल पा रहा है। जो भी पर्यटक तुंगनाथ पहुंच रहे हैं, उन्हें जान जोखिम में डालकर पैदल मार्ग पर सफर करना पड़ रहा है। बर्फबारी के कारण तुंगनाथ धाम की सभी पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
वीओ 2 - वहीं मिनी स्वीटजरलैंड के नाम से विख्यात पर्यटक स्थल चोपता में बर्फबारी के बाद भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं और बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं। हालांकि पैदल ट्रेक पर पर्यटकों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है।
बाइट 1 - पर्यटक
आप तस्वीरों में तुंगनाथ मंदिर की स्थिति देख सकते हैं। मंदिर का आगे का हिस्सा पूरी तरह से बर्फ से ढ़का हुआ है।Conclusion:
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