रुद्रप्रयाग/उत्तरकाशीः मुख्य बाजार में जीएसटी सर्वे के खिलाफ पुतला दहन कार्यक्रम में व्यापारी आपस में ही उलझ गए. हालांकि, बाद में सभी व्यापारियों ने एकजुट होकर व्यापार हित की बात स्वीकारी, लेकिन पुतला दहन के दौरान व्यापारी अपनी राजनीतिक पार्टियों की पैरवी करते दिखे. इस पूरे मामले में व्यापारी दो धड़ों में बंटे नजर आए.
दरअसल, प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के निर्देश पर गुरुवार को जिलेभर में जीएसटी सर्वे के खिलाफ पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया जाना था. इस बीच रुद्रप्रयाग नगर में जैसे ही व्यापारी पुतला दहन और प्रदर्शन करने लगे तो नारेबाजी के दौरान कुछ व्यापारियों ने नरेंद्र मोदी के साथ ही केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए. जिससे कुछ व्यापारी भड़क गए. ऐसे में कुछ व्यापारी बीजेपी के पक्ष में तो कुछ कांग्रेस के पक्ष में बंटे दिखे.
कांग्रेसी विचारधारा के व्यापारियों ने इस प्रदर्शन और पुतला दहन को केंद्र व राज्य सरकार के साथ जीएसटी के विरोध में बताया तो बीजेपी समर्थित व्यापारियों ने इसे व्यापारियों के हित में जीएसटी सर्वे के खिलाफ आंदोलन बताया. उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अंकुर खन्ना और नगर अध्यक्ष चंद्रमोहन सेमवाल ने कहा कि व्यापारियों की ओर से जीएसटी सर्वे के खिलाफ पुतला दहन कार्यक्रम किया गया है. जीएसटी विभाग की ओर से व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है. पूरे जिले के व्यापारियों ने जीएसटी के विरोध में पुतला दहन किया है.
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वहीं, स्थानीय व्यापारी संतोष रावत और राय सिंह बिष्ट ने कहा कि जीएसटी को व्यापारियों पर थोपने वाली केंद्र और राज्य सरकार ही है. इसलिए व्यापारियों ने केंद्र और राज्य की सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए पुतला दहन किया. बहरहाल, रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय में इस पूरे घटनाक्रम में व्यापारी अलग-अलग धड़ों में बंटे नजर आए.
उत्तरकाशी में भाजपाइयों ने सोनिया का पुतला फूंका: जिला मुख्यालय पर भाजपा अध्यक्ष रमेश चौहान के नेतृत्व में गुरुवार को कांग्रेस के नेताओं द्वारा आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के विरुद्ध अमर्यादित बयान के विरुद्ध कांग्रेस की कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का पुतला दहन किया गया. इस मौके पर जिलाध्यक्ष रमेश चौहान ने कहा कि कांग्रेस के इस बयान से पूरा देश क्षुब्ध है. उन्होंने कहा कि आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ अशोभनीय भाषा का प्रयोग करना किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.