रुद्रप्रयाग: कोरोना महामारी से पूरे विश्व में लॉकडाउन है. इसका प्रभाव मनुष्यों के साथ ही बेजुबान पशुओं पर भी पड़ रहा है. मनुष्य तो किसी तरह अपना गुजर बसर कर रहे हैं, मगर पशुओं को खाने की तलाश में सड़कों पर भटकना पड़ रहा है. ऐसे में मित्र पुलिस मानव धर्म का परिचय देते हुए इन पशुओं की सेवा में जुटी हुई है. इसके आलावा पुलिस के जवान निरंतर गरीब, मजदूर व जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री वितरित कर मदद कर रहे हैं.
कोतवाली रुद्रप्रयाग में नियुक्त महिला आरक्षी नीलम आर्य को रुद्रप्रयाग बस अड्डे पर ड्यूटी के दौरान एक गोवंश को चारा खिलाते देखा गया. इस गोवंश (बछिया) का एक पैर टूटा हुआ था और उसकी हालत भी कमजोर थी. महिला आरक्षी ने नजदीकी दुकान से खाने की सामग्री खरीद कर बछिया को खाने को दी. साथ ही घास का प्रबंध भी कराया. इसके साथ ही उसके पैर में लगी चोट का इलाज भी कराया.
स्थानीय व्यापारी मोनी बिष्ट ने बताया कि नीलम आर्य हर दिन आवारा पशुओं को घास की टहनियां तोड़कर खिलाती है और समय-समय पर इन पशुओं के लिए घास एवं चारे का प्रबंध करती हैं. वहीं महिला आरक्षी नीलम आर्य के इस काम की सभी लोग प्रशंसा कर रहे हैं.
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पुलिस अधीक्षक नवनीत भुल्लर ने कहा कि जिला मुख्यालय की सड़कों पर आये दिन आवारा पशुओं की तादाद बढ़ती जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों के लोग मवेशियों का उपयोग करने के बाद उन्हें बाजारों में छोड़ देते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि पुलिस के जवान आवारा पशुओं की सेवा करने में जुटे हैं. ये आवारा पशु रात के समय वाहनों की चपेट में आकर चोटिल हो जाते हैं. मित्र पुलिस मानवता का धर्म निभाकर इनका इलाज कर रही है और इनके लिए खाने का भी प्रबंध कर रही है.
पुलिस अधीक्षक भुल्लर ने कहा कि पुलिस की ओर से गरीब, जरूरतमंद एवं मजदूर लोगों की भी हरसंभव मदद की जा रही है. दूरस्थ क्षेत्रों में कई लोग राशन से वंचित हैं, जबकि मजदूर लोगों के पास कोई काम नहीं है. जिस कारण उनके सामने खाद्यान्न का संकट बना हुआ है. ऐसे लोगों की मदद के लिए पुलिस हर समय खड़ी है.