रुद्रप्रयाग: जिलाधिकारी वंदना सिंह की अध्यक्षता में जिला योजना परिव्यय की समीक्षा बैठक हुई. डीएम ने समस्त निर्माणदायी संस्थाओं को चालू योजनाओं की सूची बनाने के निर्देश दिए. वहीं स्वीकृति योजनाओं के प्रारंभ से लेकर पूरी होने तक अवमुक्त धनराशि की डिटेल प्रेषित करने के निर्देश दिए गए.
इसके साथ ही योजना को पूर्ण करने का औचित्य भी स्पष्ट किया जाए. ताकि जिस उद्देश्य से योजना प्रस्तावित की गई थी, वर्तमान में कितनी प्रासंगिक व कितने गांवों को लाभांवित करेगी. जिलाधिकारी ने कहा कि जिला योजना में ऐसी कोई योजना प्रस्तावित न कि जाए, जिसमें दो साल से अधिक समय निर्माण कार्य मे लगें. दो साल से अधिक निर्माण कार्य लेने वाली योजनाओं को राज्य योजना में प्रस्तावित किया जाए.
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जिलाधिकारी ने जनपद की सभी ग्राम पंचायतों में लगी सोलर लाइट सर्वे के लिए टीम का गठन किया है, जो गांव में सर्वे कर वस्तुस्थिति से अवगत कराएगी. इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी तथा उरेडा के परियोजना निदेशक को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है. जनपद के तीनों विकास खंडों की कुल 336 ग्राम पंचायतों में जीपीएस मैप तैयार किया जाएगा. जिसमें गांव की भौगालिक स्थिति, आबादी को मार्क किया जाएगा. मैप में गांव मे उरेडा विभाग द्वारा लगाई गई सोलर लाइट को रेड डॉट से मार्क किया जायेगा. जिससे पता चल सके कि किस गांव मे कहां पर सोलर लाइट लगी है.
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साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग गांवों की संवेदनशील स्थिति तथा ग्राम्य विकास विभाग पलायन व आदि पर अपनी रिपोर्ट देगा. बैठक में शिक्षा विभाग को वर्तमान में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा के जीर्ण-शीर्ण विद्यालयों के कैंपस मैप बनाने, लघु सिंचाई विभाग को लघु सिंचाई की योजनाओं से लाभान्वित, सिंचित होने वाले कृषि व कृषि संबंध क्षेत्रफल की जानकारी, खादी ग्रामोद्योग ब्याज की जानकारी पर चर्चा की गई. साथ ही जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए.