रुद्रप्रयाग: आगामी केदारनाथ यात्रा को लेकर जिलाधिकारी मनुज गोयल ने पुनर्निर्माण कार्यों सहित यात्रा से संबंधित व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सीतापुर व सोनप्रयाग पार्किंग का निरीक्षण करते हुए संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए. साथ ही दोनों पार्किंग में प्रतिदिन कार्य की प्रगति उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए.
सीतापुर में निर्माणाधीन पार्किंग निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा पार्किंग स्थल पर अवैध रूप से होटल, ढाबों का निर्माण किया गया है. इसको लेकर उप जिलाधिकारी ऊखीमठ को जांच के आदेश दिए गए हैं. उन्होंने डीडीएमए को पार्किंग के समीप खाली भू-भाग में श्रमिकों की संख्या बढ़ाते हुए नवीन पार्किंग स्थल का निर्माण कार्य अप्रैल तक पूरा करवाने के निर्देश दिए.
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जीएमवीएन में निर्मित दो पुराने हटों को यात्राकाल में वहां तैनात प्रशासनिक अधिकारियों के लिए उपलब्ध कराने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए. जिलाधिकारी ने घोड़ा-पड़ाव का सदुपयोग, गौरीकुंड में जीर्ण-शीर्ण प्राथमिक विद्यालय की खसरा-खतौनी आख्या सहित उपलब्ध कराने, सीतापुर, सोनप्रयाग व गौरीकुंड का जीआईएस मैपिंग करने के साथ ही त्रियुगीनारायण परिसर में शौचालय निर्माण आदि को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए.
जिलाधिकारी ने कहा कि घोड़ा-खच्चर पड़ाव को सुरक्षित व आवश्यकता अनुसार मरम्मत किया जाए. सोनप्रयाग में विगत वर्ष बादल फटने के कारण पाती गदेरे में एकत्र अत्यधिक मलबा व बोल्डर्स से उत्पन्न खतरे को देखते हुए जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान पाती गदेरे में रिवर ट्रेनिंग के लिए उपजिलाधिकारी ऊखीमठ व खनन अधिकारी को निर्देशित किया. जिलाधिकारी ने बताया कि नदी की उत्पत्ति पहाड़ों, पर्वतों में या ग्लेशियर में बर्फ पिघलने से होती है. जब एक नदी वहां से आकर बहती है तो वह अपने साथ अपार मात्रा में पानी लेकर चलती है और नदी के बहने का तरीका बहुत अव्यवस्थित होता है, पहले से हम नदी का रास्ता अनुमानित नहीं कर सकते हैं.