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बर्फ पिघलने के बाद केदारधाम में शुरू होगा काम, आस्था पथ पर होंगे कई निर्माण कार्य

केदारपुरी को हाईटेक बनाने को लेकर मास्टर प्लान के तहत कार्य किये जा रहे हैं. इन सभी कार्यों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी नजर बनाए रखेंगे. समय-समय पर इनकी माॅनिटरिंग की जाएगी. आपदा के बाद से केदारपुरी को भव्य बनाने को लेकर काफी कार्य हो चुके हैं. अभी भी कई कार्य होने बाकी हैं. इन कार्यों में मौसम रोड़ा बना हुआ है.

Reconstruction work will start in Kedardham after the snow melts
बर्फ पिघलने के बाद केदारधाम में शुरू होगा काम
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Published : Jan 21, 2021, 3:44 PM IST

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम को भव्य बनाने और यात्रियों की सुविधाओं को लेकर मास्टर प्लान के तहत कार्य किया जायेगा. इसके लिए लोक निर्माण विभाग गुप्तकाशी की ओर से बर्फबारी कम होने का इंतजार किया जा रहा है. जिससे धाम आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सके. धाम में इन दिनों बर्फ जमी है, जिसके पिघलने के बाद ही यहां निर्माण कार्य शुरू किये जा सकते हैं.

बता दें कि केदारनाथ आपदा के बाद से केदारपुरी में पुनर्निर्माण कार्य जारी है. धाम में वुड स्टोन कंपनी और लोक निर्माण विभाग गुप्तकाशी निर्माण कार्य में लगे हुए हैं. वुड स्टोन कंपनी के पास जहां शंकराचार्य समाधि स्थल, आस्था पथ और तीर्थ पुरोहितों के भवनों का जिम्मा है तो वहीं लोक निर्माण विभाग गुप्तकाशी को केदारपुरी को भव्य बनाने का कार्य सौंपा गया है.

बर्फ पिघलने के बाद केदारधाम में शुरू होगा काम.

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बर्फ पिघलने के बाद केदारपुरी को भव्य बनाने का कार्य होगा शुरू

केदारनाथ में मास्टर प्लान के तहत कार्य किये जा रहे हैं. जिससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिलने के साथ ही वे यहां से एक अच्छा संदेश लेकर जांए. वुड स्टोन कंपनी और लोक निर्माण विभाग केदारपुरी में मौसम साफ होने का इंतजार कर रहा है. जिससे धाम में जमी बर्फ पिघल जाए और कार्य को शुरू किया जा सके.

पढ़ें- अजीत डोभाल और अनिल बलूनी के गृहक्षेत्र की सड़कें बदहाल, कहीं गड्ढे, कहीं झाड़ियां

केदारनाथ में पुनर्निर्माण का कार्य कर रही वुड स्टोन कंपनी के प्रबंधक मनोज सेमवाल ने बताया कि जनवरी महीने में बर्फबीरी न होने पर फरवरी माह में केदारनाथ जाया जायेगा. सीमेंट वर्क के अलावा धाम में वेल्डिंग का काम किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि सरस्वती नदी पर घाट का कार्य कार्य पूरा हो गया है. अब घाट पर लाइटिंग का कार्य होना है. ये लाइटें बाहर से मंगवाई जानी है. रास्ता खुलने पर यह कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा. इसके अलावा तीर्थ पुरोहितों के पांच भवनों का कार्य भी कर लिया गया है. शंकराचार्य समाधि स्थल का कार्य भी किया जा रहा है. इस समय मौसम खराब होने के कारण शंकराचार्य समाधि स्थल का कार्य रुका पड़ा है. यह कार्य भी मौसम पर निर्भर है.

पढ़ें- कोरोना वैक्सीन पर उत्तराखंड में सियासत तेज, कांग्रेस बोली- नहीं लगवाएंगे वैक्सीन

आस्था पथ पर बनेगा रेन शेल्टर, स्वास्थ्य कैंप और पूजा की दुकानें
लोनिवि. गुप्तकाशी की ओर से केदारपुरी में क्यू मैनेजमेंट के तहत आस्था पथ पर रेन शेल्टर का निर्माण करवाया जायेगा. धाम में धूप और बारिश होने पर श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करके लाइन में खड़ा होना पड़ता है. ऐसे में रेन शेल्टर के निर्माण से तीर्थयात्रियों को राहत मिलेगी. इसके अलावा फस्ट एड टूरिस्ट फैसिलिटी सेंटर का निर्माण होगा. जिसमें पुजारियों के लिए दुकानें, यात्रियों के लिए जन सुविधा केन्द्र और स्वास्थ्य कैंप भी लगाया जायेगा. लाइन में खड़े तीर्थयात्रियों को कोई परेशानी होने पर शीघ्र स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जाएगी. इसके साथ ही वे पूजा सामग्री भी ले सकेंगे.

पढ़ें- अजीत डोभाल और अनिल बलूनी के गृहक्षेत्र की सड़कें बदहाल, कहीं गड्ढे, कहीं झाड़ियां

इन कार्यों पर 4 करोड़ 51 लाख की धनराशि खर्च होगी. धाम में मंदाकिनी और सरस्वती नदी के संगम घाट को भी भव्य बनाया जायेगा. जिससे डमरू चैक से सीधे तीर्थयात्री घाट की ओर जा सकेंगे. इस कार्य पर आठ करोड़ बीस लाख की धनराशि खर्च होगी. इसके अलावा सरस्वती नदी की तरफ जीएमवीएन के पुराने भवनों को तोड़कर उन स्थानों पर रेस्ट हाउस, प्रशासनिक भवन, पुलिस स्टेशन, हास्पिटल भवन का निर्माण होगा. इस कार्य में नौ करोड़ की धनराशि खर्च की जाएगी.

पढ़ें-रुड़की: मोबाइल फोन छीनकर भाग रहे युवक को भीड़ ने पीटा, पुलिस को सौंपा

केदारपुरी को हाईटेक बनाने को लेकर मास्टर प्लान के तहत कार्य किये जा रहे हैं. इन सभी कार्यों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी नजर बनाए रखेंगे. समय-समय पर इनकी माॅनीटरिंग की जाएगी. आपदा के बाद से केदारपुरी को भव्य बनाने को लेकर काफी कार्य हो चुके हैं. अभी भी कई कार्य होने बाकी हैं. इन कार्यों में मौसम रोड़ा बना हुआ है. जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि ये सभी कार्य सीएसआर मद के तहत किये जाने हैं . इन कार्यों के टेंडर भी हो चुके हैं. मौसम साफ होने और बर्फ पिघलने के बाद धाम में कार्य शुरू किये जायेंगे. उन्होंने कहा कि प्रयास रहेगा कि जल्द से जल्द ये सभी कार्य पूरे किये जाएं.

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम को भव्य बनाने और यात्रियों की सुविधाओं को लेकर मास्टर प्लान के तहत कार्य किया जायेगा. इसके लिए लोक निर्माण विभाग गुप्तकाशी की ओर से बर्फबारी कम होने का इंतजार किया जा रहा है. जिससे धाम आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सके. धाम में इन दिनों बर्फ जमी है, जिसके पिघलने के बाद ही यहां निर्माण कार्य शुरू किये जा सकते हैं.

बता दें कि केदारनाथ आपदा के बाद से केदारपुरी में पुनर्निर्माण कार्य जारी है. धाम में वुड स्टोन कंपनी और लोक निर्माण विभाग गुप्तकाशी निर्माण कार्य में लगे हुए हैं. वुड स्टोन कंपनी के पास जहां शंकराचार्य समाधि स्थल, आस्था पथ और तीर्थ पुरोहितों के भवनों का जिम्मा है तो वहीं लोक निर्माण विभाग गुप्तकाशी को केदारपुरी को भव्य बनाने का कार्य सौंपा गया है.

बर्फ पिघलने के बाद केदारधाम में शुरू होगा काम.

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बर्फ पिघलने के बाद केदारपुरी को भव्य बनाने का कार्य होगा शुरू

केदारनाथ में मास्टर प्लान के तहत कार्य किये जा रहे हैं. जिससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिलने के साथ ही वे यहां से एक अच्छा संदेश लेकर जांए. वुड स्टोन कंपनी और लोक निर्माण विभाग केदारपुरी में मौसम साफ होने का इंतजार कर रहा है. जिससे धाम में जमी बर्फ पिघल जाए और कार्य को शुरू किया जा सके.

पढ़ें- अजीत डोभाल और अनिल बलूनी के गृहक्षेत्र की सड़कें बदहाल, कहीं गड्ढे, कहीं झाड़ियां

केदारनाथ में पुनर्निर्माण का कार्य कर रही वुड स्टोन कंपनी के प्रबंधक मनोज सेमवाल ने बताया कि जनवरी महीने में बर्फबीरी न होने पर फरवरी माह में केदारनाथ जाया जायेगा. सीमेंट वर्क के अलावा धाम में वेल्डिंग का काम किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि सरस्वती नदी पर घाट का कार्य कार्य पूरा हो गया है. अब घाट पर लाइटिंग का कार्य होना है. ये लाइटें बाहर से मंगवाई जानी है. रास्ता खुलने पर यह कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा. इसके अलावा तीर्थ पुरोहितों के पांच भवनों का कार्य भी कर लिया गया है. शंकराचार्य समाधि स्थल का कार्य भी किया जा रहा है. इस समय मौसम खराब होने के कारण शंकराचार्य समाधि स्थल का कार्य रुका पड़ा है. यह कार्य भी मौसम पर निर्भर है.

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आस्था पथ पर बनेगा रेन शेल्टर, स्वास्थ्य कैंप और पूजा की दुकानें
लोनिवि. गुप्तकाशी की ओर से केदारपुरी में क्यू मैनेजमेंट के तहत आस्था पथ पर रेन शेल्टर का निर्माण करवाया जायेगा. धाम में धूप और बारिश होने पर श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करके लाइन में खड़ा होना पड़ता है. ऐसे में रेन शेल्टर के निर्माण से तीर्थयात्रियों को राहत मिलेगी. इसके अलावा फस्ट एड टूरिस्ट फैसिलिटी सेंटर का निर्माण होगा. जिसमें पुजारियों के लिए दुकानें, यात्रियों के लिए जन सुविधा केन्द्र और स्वास्थ्य कैंप भी लगाया जायेगा. लाइन में खड़े तीर्थयात्रियों को कोई परेशानी होने पर शीघ्र स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जाएगी. इसके साथ ही वे पूजा सामग्री भी ले सकेंगे.

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इन कार्यों पर 4 करोड़ 51 लाख की धनराशि खर्च होगी. धाम में मंदाकिनी और सरस्वती नदी के संगम घाट को भी भव्य बनाया जायेगा. जिससे डमरू चैक से सीधे तीर्थयात्री घाट की ओर जा सकेंगे. इस कार्य पर आठ करोड़ बीस लाख की धनराशि खर्च होगी. इसके अलावा सरस्वती नदी की तरफ जीएमवीएन के पुराने भवनों को तोड़कर उन स्थानों पर रेस्ट हाउस, प्रशासनिक भवन, पुलिस स्टेशन, हास्पिटल भवन का निर्माण होगा. इस कार्य में नौ करोड़ की धनराशि खर्च की जाएगी.

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केदारपुरी को हाईटेक बनाने को लेकर मास्टर प्लान के तहत कार्य किये जा रहे हैं. इन सभी कार्यों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी नजर बनाए रखेंगे. समय-समय पर इनकी माॅनीटरिंग की जाएगी. आपदा के बाद से केदारपुरी को भव्य बनाने को लेकर काफी कार्य हो चुके हैं. अभी भी कई कार्य होने बाकी हैं. इन कार्यों में मौसम रोड़ा बना हुआ है. जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि ये सभी कार्य सीएसआर मद के तहत किये जाने हैं . इन कार्यों के टेंडर भी हो चुके हैं. मौसम साफ होने और बर्फ पिघलने के बाद धाम में कार्य शुरू किये जायेंगे. उन्होंने कहा कि प्रयास रहेगा कि जल्द से जल्द ये सभी कार्य पूरे किये जाएं.

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