रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में लगातार हो रही बर्फबारी से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. जिसकी वजह से पुनर्निर्माण कार्य में जुटे केदारनाथ विकास प्राधिकरण के कई मजदूर वापस लौट गए हैं. कड़ाके की ठंड पड़ने से केदारनाथ में निर्माण कार्य करना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में द्वितीय चरण के निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं.
दो दिनों से केदारनाथ में लगातार हो रही बर्फबारी से दो फीट तक बर्फ जम गई है. केदारनाथ में तापमान भी माइनस से काफी नीचे आ गया है. जिससे यहां द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य कर रहे कुछ मजदूर वापस लौट गए हैं. कड़ाके की ठंड पड़ने से अगले दो से तीन महीने तक धाम में निर्माण कार्य करना संभव नहीं हो पाता है.
धाम में जहां पिछले दिनों ढाई सौ के करीब मजदूर कार्य कर रहे थे. वहीं, अब 50 के करीब मजदूर ही कार्य कर रहे हैं. बर्फबारी होने पर मजदूर बर्फ को हटा रहे हैं. जिसके बाद निर्माण कार्य किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारपुरी में द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य चल रहे हैं.
जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि केदारनाथ धाम में बीते दिनों से बर्फबारी हो रही है. दिन के समय धाम में चटख धूप खिल रही है. अभी भी बर्फबारी में कुछ मजदूर कार्य में जुटे हैं. बर्फ पड़ने पर मजदूर हटाने का कार्य कर रहे हैं. केदारनाथ धाम में द्वितीय चरण का पुनर्निमाण के तहत पुलिस कार्यालय, अस्पताल, रेन शेल्टर सहित अन्य कार्य किये जा रहे हैं.
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मिनी स्विटजरलैंड में भी भारी बर्फबारी: तुंगनाथ घाटी के यात्रा पड़ावों पर भी जमकर बर्फबारी होने से मिनी स्विटजरलैंड चोपता-दुगलबिट्टा के मध्य यातायात बाधित हो गया है. घाटी में लगभग तीन दर्जन पर्यटकों के वाहन फंसे हुए हैं. यहां नये साल का जश्न मनाने के लिए हजारों की संख्या में सैलानी पहुंचे हुए हैं.
बता दें कि मदमहेश्वर, तुंगनाथ, चोपता, दुगलबिट्टा, विसुणीताल, मनणामाई तीर्थ, देवरियाताल, वासुकीताल, कार्तिक स्वामी तीर्थ, पांडवसेरा, नंदीकुंड सहित सीमांत क्षेत्र बर्फबारी से ढक गए हैं. केदारघाटी सहित विभिन्न सीमांत क्षेत्रों में बर्फबारी होने और निचले क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी होने से पर्यावरणविद् व काश्तकारों के चेहरे खिल उठे हैं.
तुंगनाथ घाटी के विभिन्न यात्रा पड़ावों पर सैलानियों के तीन दर्जन से अधिक वाहन फंसे हुए हैं. राजमार्ग और पुलिस प्रशासन की ओर से दुगलबिट्टा-चोपता के मध्य यातायात बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही बर्फबारी के कारण तुंगनाथ घाटी में फंसे पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि नये साल का जश्न मनाने को लेकर भारी संख्या में पर्यटक पहुंचे हैं. पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर पुलिस और वन विभाग को निर्देश दिए गए हैं. साथ ही बर्फबारी से बंद मार्ग को खुलवाने के भी निर्देश दिये गए हैं.