रुद्रप्रयाग: विश्व प्रसिद्ध चारधाम के कपाट खोले जाने को लेकर प्रदेश सरकार ने एक अहम निर्णय लिया है. जिसके तहत केदारनाथ धाम के कपाट अब 14 मई को खोले जाएंगे. वहीं, बदरीनाथ धाम के कपाट 15 मई को सुबह 4:30 बजे खोले जाएंगे. भगवान केदारनाथ के रावल 1008 जगद्गुरु भीमा शंकर लिंग को जिला प्रशासन ने 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया है.
केदारनाथ के रावल जगद्गुरु भीमा शंकर लिंग रविवार केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ऊखीमठ पहुंचे. वे महाराष्ट्र के नांदेड में अपने सेवकों के साथ एकांतवास में रह रहे थे. महाराष्ट्र में स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ऊखीमठ में भी उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जो सामान्य निकला. जिसके बाद जिला प्रशासन ने 2 मई तक के लिए उनको क्वारंटाइन कर दिया है. केदारनाथ धाम के रावल की सुरक्षा के लिए पुलिस के जवान भी तैनात किए गए हैं.
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वहीं, केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि में बदलाव को लेकर मंगलवार को ऊखीमठ में एक मंथन बैठक होगी. केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग के मुताबिक कपाट खुलना परंपराओं से जुड़ा मामला है. इसमें सोच-समझकर, आपसी चिंतन के बाद ही कपाट खोलने की तिथि पर फैसला लिया जाएगा.
केदारनाथ धाम से जुड़े पुरोहितों का कहना है कि कपाट तिथि बदलाव से भगवान मद्महेश्वर, तुंगनाथ और भैरवनाथ की पूजा पर भी असर पड़ेगा. इसलिए गहन मंथन के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा. केदारनाथ रावल भीमा शंकर लिंग और बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि मंगलवार को ऊखीमठ में बैठक के बाद फैसला लिया जाएगा. इसके लिए पंचगाई के प्रमुख लोगों को भी आमंत्रित किया गया है.