रुद्रप्रयाग: मशरूम गर्ल रंजना रावत को ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग में सदस्य नामित किये जाने पर गांव और जिले में खुशी की लहर है. उनके चयन पर जिले की जनता ने खुशी जताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का आभार व्यक्त किया है.
बता दें, रंजना रावत जिले के भीरी गांव की रहने वाली हैं. शहर की अच्छी खासी नौकरी छोड़कर रंजना रावत गांव लौटी और उन्होंने स्वरोजगार शुरू किया. उन्होंने अपने गांव में अमेरिकन सेफ्रॉन उगाई. अमेरिकन सेफ्रॉन कोई छोटी मोटी चीज नहीं है. इसकी बाजार में कीमत एक लाख रुपये किलोग्राम है. इसकी फसल को अक्टूबर में लगाई जाती है. आखिरकार रंजना की ये मेहनत रंग लाई.
उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि असल जिंदगी की शुरुआत गांवों से ही होती है. रंजना आज ग्रामीण स्वरोजगार मिशन के तहत कई बेरोजगारों को उन्नत खेती के गुर सिखा रही हैं. इसके साथ ही रंजना ने मशरूम की खेती भी की है. इस तरह से रंजना रावत ने उत्तराखंड में रिवर्स माइग्रेशन की उम्मीदों को नया आयाम दिया है. इसके अलावा स्वरोजगार की नई नीति को पंख लगा दिए हैं. खास बात ये है कि रंजना स्ट्रॉबेरी की खेती भी कर रही हैं. यूं तो स्ट्रॉबेरी की खेती जमीन पर ही होती है, लेकिन रंजना के गांव में इसे पाइप और बोतलों के जरिये हवा में टांग के किया जा रहा है. इसका फायदा ये है कि स्ट्रॉबेरी पर मिट्टी नहीं लगती. ये स्ट्रॉबेरी टॉप क्वॉलिटी की है.
पढ़ें- सिर पर सेहरा और दफ्तर में काम, कर्मठ दूल्हे की फोटो हुई आम
इसके अलावा रंजना ने अपने गांव में कई और साग सब्जियां भी उगाई हैं. आलम ये है कि रंजना आज सफलता की एक नई कहानी लिख रही हैं. दूर-दूर से लोग खेती के बारे में जानकारी लेने के लिए रंजना के पास पहुंच रहे हैं. रंजना के इन प्रयासों की वजह से उन्हें कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है. उन्हें ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग का सदस्य बनाये जाने पर उक्रांद नेता मोहित डिमरी, ब्लॉक प्रमुख जखोली प्रदीप थपलियाल समेत क्षेत्र के कई नेताओं और पदाधिकारियों ने सम्मानित किया है.