रुद्रप्रयाग: ऊखीमठ ब्लॉक सभागार में शुक्रवार को क्षेत्र पंचायत सदस्यों की बैठक आयोजित की गई. लेकिन बैठक में अधिकारियों द्वारा सवालों का सही जवाब न देने और पूर्व में दर्ज शिकायतों का निस्तारण न किये जाने प्रधान संगठन ने बैठक का बहिष्कार किया. प्रधान संगठन ने लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया. साथ ही चेतावनी दी कि यदि भविष्य में भी अधिकारी इस प्रकार से अपने दायित्वों के प्रति उदासीन रहे तो मोर्चा खोला जाएगा.
शुक्रवार को ऊखीमठ में क्षेत्र पंचायत प्रमुख श्वेता पांडे की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई. बैठक निर्धारित समय से आधे घंटे देरी से शुरू हुई तो पंचायत प्रतिनिधियों ने गुस्सा जाहिर किया. जनप्रतिनिधियों का कहना था कि बैठक निर्धारित समय से शुरू हो जानी चाहिए थी, क्योंकि बैठक के बाद सीमांत क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
बैठक शुरू होने के बाद खंड विकास अधिकारी ने पिछली बैठक में दर्ज शिकायतों की जानकारी देते हुए कहा कि 20 विभागों में दर्ज शिकायतों का मात्र पांच विभागों के जवाब पत्र प्राप्त हुए हैं. जिस पर जनप्रतिनिधि भड़क उठे और आक्रोश जताते हुए कहा कि यदि पूर्व में दर्ज शिकायतों का निस्तारण न होने से स्पष्ट हो गया है कि अधिकारी अपने कर्तव्यों के प्रति निष्ठावान नहीं है. अधिकारियों द्वारा जनता के हितों व पंचायत प्रतिनिधियों की अनदेखी की जा रही है.
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बैठक में पहली चर्चा सिंचाई विभाग केदारनाथ खंड अगस्त्यमुनि से शुरू हुई तो अधिशासी अभियंता द्वारा पूर्व में दर्ज शिकायतों का सही जानकारी न देने पर प्रधान संगठन ने बैठक का बहिष्कार कर बाहर निकलकर लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. प्रधान संगठन ने कहा कि क्षेत्र पंचायत की बैठक को मात्र खानापूर्ति के लिए रखा गया है. बैठक में अधिकारी अपने दायित्वों के प्रति उदासीन बने हुए हैं. प्रधान संगठन के बहिष्कार के बाद भी बैठक का संचालन होने पर प्रधान संगठन ने नाराजगी व्यक्त की.