रुद्रप्रयाग: बाबा केदार का दर श्रद्धालुओं के लिए हमेशा से ही आस्था का केंद्र रहा है. लेकिन इस पावन भूमि पर बाबा के श्रद्धालुओं के साथ हो रही लूट-खसोट शर्मसार करती है. जिसको लेकर अब पुलिस प्रशासन ऐसा काम करने वालों के खिलाफ 420 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर रही है.
केदारयात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालु देश-विदेश से हर दिन यहां पहुंच रहे हैं. लेकिन तीर्थयात्रियों को यहां आकर सोनप्रयाग और गौरीकुंड में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इन पड़ावों से तीर्थयात्रियों को बाबा के दर जाने के लिए खोड़े-खच्चर नहीं मिल रहे हैं. जो कुछ मिल भी रहे हैं तो वे मनमाने तरीके से दाम वसूल रहे हैं.
केदारनाथ यात्रा पर आये एक यात्री राजेंद्र नासिक (महाराष्ट्र) ने बताया कि वे गौरीकुंड में घोड़े-खच्चरों को लेकर परेशान घूम रहा था. जिसके बाद एक घोड़ा-खच्चर संचालक ने उससे घोड़ा बुकिंग के लिए 11 हजार रुपये लिया. लेकिन वह पैसे लेकर गायब हो गया. काफी ढूंढ़ने पर जब वह नहीं मिला तो उसने चौकी इंचार्ज गौरीकुंड राजवीर सिंह राणा के पास जाकर शिकायत दर्ज करवाई. यात्री राजेंद्र ने बताया कि घोड़ा संचालक ने रुपयों की कोई रसीद भी नहीं दी. शिकायत पत्र के आधार पर घोड़ा-खच्चर संचालक के खिलाफ धारा 420 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि यात्रा शुरू होने के बाद से ओवररेटिंग की शिकायत आ रही है. जिसके लिए पुलिस टीम बनाई गई है. यात्री बनकर पुलिस की टीम जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है. उन्होंने कहा कि जब यात्री पुलिस प्रशासन को लिखित जानकारी देंगे, तभी कार्यवाई की जा सकती है. बता दें कि गौरीकुंड से आने-जाने का किराया 2700 और एक तरफा का 1500 रुपये निर्धारित किया गया है.