रुद्रप्रयागः विश्व विख्यात केदारनाथ धाम जाने वाले पैदल मार्ग पर जगह-जगह कूड़े के ढेर नजर आ रहे हैं. साथ ही पैदल मार्ग पर भूस्खलन का खतरा भी बढ़ गया है. पैदल मार्ग पर पहाड़ी से बोल्डर गिर रहे हैं. ऐसे में तीर्थयात्री तेजी से जान बचाते भागते हुए दिख रहे हैं तो वहीं घोड़े-खच्चर संचालक भी अपने जानवरों को तेजी से भगा रहे हैं. ऐसे में किसी दुर्घटना होने का खतरा बना हुआ है.
बता दें कि मॉनसून सीजन में केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर तीर्थ यात्रियों को गंदगी के साथ ही पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन का भी सामना करना पड़ रहा है. केदारनाथ पैदल मार्ग किनारे जहां गंदगी के ढेर लए हुए हैं तो वहीं रास्ते पर घोड़े-खच्चरों की लीद फैली हुई है. इस लीद में फिसलने का खतरा बढ़ गया है. जहां कूड़े के ढेर लगे हुए हैं, वहां यात्री नाक बंद करके आवाजाही कर रहे हैं. इन दिनों लगातार केदारनाथ धाम समेत पैदल मार्ग पर बारिश हो रही है. बारिश के कारण भूस्खलन का खतरा भी बढ़ गया है.
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पैदल मार्ग पर कई जगहों पर पहाड़ी से बोल्डर गिर रहे हैं. जहां पहाड़ी से बोल्डर गिर रहे हैं, वहां पर यात्री तेजी से भागकर आवाजाही कर रहे हैं. इसके अलावा पैदल मार्ग पर जगह-जगह बरसाती पानी भी बह रहा है. जिस कारण यात्रियों को चलने में दिक्कतें हो रही हैं. अक्सर मॉनसून सीजन में केदारनाथ धाम कम ही संख्या में यात्री आते हैं, लेकिन इस बार रिकार्ड संख्या में यात्री केदारनाथ पहुंच रहे हैं. रोजाना केदारनाथ जाने वाले यात्रियों की संख्या आठ हजार के पास है. मॉनसून सीजन में पहली बार इतनी अधिक संख्या में यात्री केदारनाथ पहुंच रहे हैं.