रुद्रप्रयाग: जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों की ओर से मरीजों से वसूली का मामला सामने आया है. इससे लोगों में डॉक्टरों के प्रति काफी आक्रोश बना हुआ है. लोगों का कहना है कि अस्पताल में मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल रहा है, जिसके कारण मरीजों की मौत हो रही है. आरोप ये भी है कि अस्पताल के डॉक्टर गरीबों से वसूली भी कर रहे हैं. वहीं, लोगों का कहना है कि अस्पताल केवल रेफर सेंटर बनकर रह गया है. इसके कारण मरीज यहां आने से कतरा रहे हैं.
दरअसल, जिला अस्पताल आए एक मरीज से अवैध वसूली और प्रसूता की मौत को लेकर लोगों में डॉक्टरों के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है. ये दो घटनाएं एक ही समय में सामने आई हैं. लोगों का कहना है कि जब यहां आने वाले मरीजों को बेस अस्पताल श्रीकोट रेफर किया जाता है, तो प्रसूता को भी रेफर किया जाना चाहिए था. अगर उसे भी रेफर किया जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी. लोगों ने अस्पताल के हड्डी रोग विभाग पर भी वसूली का आरोप लगाया है. आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद भी मरीजों को लूटा जा रहा है.
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वहीं, पीजी काॅलेज अगस्त्यमुनि के पूर्व छात्र संघ महासचिव प्रीतम गोस्वामी का कहना है कि रुद्रप्रयाग जिला चिकित्सालय वर्तमान में बदनामी का दंश झेल रहा है. डॉक्टरों की लापरवाही मरीजों पर भारी पड़ रही है. यहां मरीजों के अलावा उनके तीमारदार भी काफी परेशान हैं. वहीं, जिला पंचायत सदस्य खांखरा नरेंद्र बिष्ट का कहना है कि जिला अस्पताल की शिकायतें वर्तमान में लगातार मिल रही हैं. इसको लेकर जिलाधिकारी से मुलाकात की जाएगी. जिन डॉक्टरों के खिलाफ शिकायतें मिल रही हैं, उनके खिलाफ जांच बैठाकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.