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रुद्रप्रयाग: 28 साल बाद भटवाड़ी गांव में पांडव नृत्य का आयोजन, पंच देव पांडवों ने दिया आशीष - Bhatwadi Village News

28 वर्षों बाद आयोजित पांडव नृत्य के आयोजन से ग्रामीणों, धियाणियों व प्रवासियों में उत्साह व उमंग का माहौल बना हुआ है.

रुद्रप्रयाग में पांडव नृत्य का आयोजन न्यूज Pandav Dance News
पंच देव पांडव
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Published : Dec 25, 2019, 7:36 PM IST

रुद्रप्रयाग: नगर पंचायत ऊखीमठ के भटवाड़ी गांव में 28 वर्षों के बाद पांडव नृत्य आयोजित किया गया. जिसमें पंच देव पांडवों ने पतित पावनी दुःखतारिणी मंदाकिनी नदी में स्नान कर अपने पित्ररों का पिंडदान कर उन्हें तर्पण दिया. साथ ही इस मौके पर पंच पांडवों ने संसारी गांव का भ्रमण कर श्रद्धालुओं को आशीष भी दिया.

मंदाकिनी नदी में स्नान कर पंच देव पांडवों ने पित्ररों का किया तर्पण.

बता दें कि भटवाड़ी गांव में आठ दिसंबर से पांडव नृत्य का शुभारंभ किया गया. पांडव नृत्य में प्रतिदिन पौराणिक परंपराओं का निर्वहन किया जा रहा है. 28 वर्षों बाद आयोजित पांडव नृत्य के आयोजन से ग्रामीणों, धियाणियों व प्रवासियों में उत्साह व उमंग का माहौल बना हुआ है. कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालु रात्रि एक बजे तक पांडव नृत्य का आनन्द ले रहे हैं.

ये भी पढ़ें: कालाढूंगी: धूमधाम से मनाया गया वार्षिकोत्सव, बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम ने मोहा मन

इसी क्रम में बृहस्पतिवार को पंच देव पांडव भोलेश्वर तीर्थ की यात्रा करेंगे. जिसके बाद और 28 दिसंबर को पांडवों के अस्त्र-शस्त्र विसर्जित साथ ही पाण्डव नृत्य का समापन होगा.

रुद्रप्रयाग: नगर पंचायत ऊखीमठ के भटवाड़ी गांव में 28 वर्षों के बाद पांडव नृत्य आयोजित किया गया. जिसमें पंच देव पांडवों ने पतित पावनी दुःखतारिणी मंदाकिनी नदी में स्नान कर अपने पित्ररों का पिंडदान कर उन्हें तर्पण दिया. साथ ही इस मौके पर पंच पांडवों ने संसारी गांव का भ्रमण कर श्रद्धालुओं को आशीष भी दिया.

मंदाकिनी नदी में स्नान कर पंच देव पांडवों ने पित्ररों का किया तर्पण.

बता दें कि भटवाड़ी गांव में आठ दिसंबर से पांडव नृत्य का शुभारंभ किया गया. पांडव नृत्य में प्रतिदिन पौराणिक परंपराओं का निर्वहन किया जा रहा है. 28 वर्षों बाद आयोजित पांडव नृत्य के आयोजन से ग्रामीणों, धियाणियों व प्रवासियों में उत्साह व उमंग का माहौल बना हुआ है. कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालु रात्रि एक बजे तक पांडव नृत्य का आनन्द ले रहे हैं.

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इसी क्रम में बृहस्पतिवार को पंच देव पांडव भोलेश्वर तीर्थ की यात्रा करेंगे. जिसके बाद और 28 दिसंबर को पांडवों के अस्त्र-शस्त्र विसर्जित साथ ही पाण्डव नृत्य का समापन होगा.

Intro:पांडवों ने मंदाकिनी नदी में पित्ररों का पिंडदान कर तर्पण दिया
भटवाड़ी गांव में पांडव नृत्य का आयोजन, धियाणियों ने किया गांव की ओर रूख
28 दिसम्बर को पांडव नृत्य का होगा समापन
रुद्रप्रयाग। नगर पंचायत ऊखीमठ के भटवाड़ी गांव में 28 वर्षों बाद आयोजित पांडव नृत्य में पंच देव पाण्डवों ने पतित पावनी दुःखतारिणी मंदाकिनी नदी में गंगा स्नान कर अपने पित्ररों का पिण्डदान कर तर्पण दिया और संसारी गांव का नगर भ्रमण कर श्रद्धालुओं को आशीष दिया। बृहस्पतिवार को पंच देव पाण्डव भोलेश्वर तीर्थ की यात्रा करेंगे और 28 दिसम्बर को पाण्डवों के अस्त्र-शस्त्र विसर्जित होने के साथ ही पाण्डव नृत्य का समापन होगा।
Body:विदित हो कि भटवाड़ी गांव में आठ दिसम्बर से पाण्डव नृत्य का शुभारंभ किया गया था। पांडव नृत्य में प्रतिदिन पौराणिक परम्पराओं का निर्वहन की जा रही है। 28 वर्षों बाद आयोजित पाण्डव नृत्य के आयोजन से ग्रामीणों, धियाणियों व प्रवासियों में उत्साह व उमंग का माहौल बना हुआ है। कड़ाके की ठंड में भी श्रद्धालु रात्रि एक बजे तक पाण्डव नृत्य का आनन्द ले रहे हैं। पाण्डव नृत्य के आयोजन से भटवाडी गांव के हर घर में धियाणियों का आवागमन हो रहा है। बुधवार को पंच देव पाण्डव भटवाडी गांव से जावरी होते हुए मन्दाकिनी के तट पर पहुंचे और सभी पाण्डव पश्वाओं व श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया तथा विद्वान आचार्य हर्षमणि जमलोकी ने पाण्डवों के अस्त्र-शस्त्रांे का महाभिषेक कर आरती उतारी तथा पंच देव पाण्डवों ने अपने पितरो के मोक्ष के लिए सगोत्र दान व तर्पण किया और सहदेव ने पिंडदान कर अपने पूर्वजों के मोक्ष की कामना की। उसके बाद पंच देव पांडवों ने संसारी के विभिन्न तोकों का भ्रमण कर श्रद्धालुओं को आशीष दिया तथा संसारी के ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर पांडवो का भव्य स्वागत किया। 27 दिसम्बर को पंच देव पाण्डव पैंय्या डाली लेकर पैंज व उदयपुर में श्रद्धालुओं को आशीष दंेगे और 28 दिसम्बर को पाण्डव नृत्य का समापन होगा।
बाइट - हर्षमणी जमलोकी, पंडित
बाइट - कुलदीप सिंह, ग्रामीण Conclusion:
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