रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं के लिए जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस का ऑपरेशन मुस्कान संजीवनी सिद्ध हो रहा है. रुद्रप्रयाग पुलिस इस बार नई-नई टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर यात्रियों की मदद में जुटी हुई है. खासकर उन श्रद्धालुओं के लिए जो यात्रा मार्ग में बिछड़ रहे हैं या फिर उनकी कोई सामग्री कहीं खो रही है. केदारनाथ धाम सहित यात्रा पड़ावों पर तैनात पुलिस बल श्रद्धालुओं की हरसंभव मदद कर रहा है.
25 अप्रैल को बाबा केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए थे. तब से लेकर अब तक बाबा केदारनाथ के धाम में 3 लाख 75 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन कर चुके हैं. हर दिन बाबा केदार के दरबार में 15 से 20 हजार के करीब श्रद्धालु आकर मत्था टेक रहे हैं. इस दौरान तीर्थयात्रियों के साथ कई घटनाएं भी घट रही हैं, जिन पर पुलिस की ओर से तत्परता से कार्रवाई की जा रही है.
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ऑपरेशन मुस्कान के तहत रुद्रप्रयाग पुलिस हर दिन तीर्थयात्रियों की मदद में जुटी हुई है. जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत अब तक बिछड़े कुल 104 श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलवाया है. जबकि 16 मोबाइल फोन बरामद कर वापस दिलाये हैं और 15 पर्स व अन्य जरूरी सामग्री भी ढूंढकर यात्रियों के सुपुर्द की है. इस बार रुद्रप्रयाग पुलिस का ऑपरेशन मुस्कान नई-नई टेक्नोलॉजी के सहारे जैसे गूगल वाइस ट्रांसलेटर के माध्यम से भी लोगों को मिलवाने में सहायक सिद्ध हो रहा है.
यात्रा के दौरान एक 5 साल का बच्चा केदारनाथ धाम में अपने माता-पिता से बिछड़ गया और जोर-जोर से रोने लगा. केदारनाथ धाम में तैनात मुख्य आरक्षी शिवचरण ने तत्परता दिखाते हुए बालक को अपनी गोद में लेकर उसे चुप कराया. खोया पाया केंद्र से अनाउंसमेंट कर बालक के माता-पिता को खोजकर बच्चा उनके सुपुर्द किया गया. केदारनाथ धाम यात्रा पर आई माया देवी निवासी हरिद्वार का पर्स खो गया था. आरक्षी पंकज राणा ने पर्स ढूंढकर उनके सुपुर्द किया. तेलंगाना निवासी लक्ष्मी प्रसन्ना केदारनाथ धाम जाते समय रास्ते में अपने परिजनों से बिछड़ गयी थी और काफी परेशान थी. चौकी लिनचोली पुलिस ने अनाउंसमेंट करवाकर इनकी पुत्री से इनको मिलवाया. कुल मिलाकर देखा जाए तो रुद्रप्रयाग पुलिस का ऑपरेशन मुस्कान श्रद्धालुओं के लिए लाभकारी सिद्ध हो रहा है.