रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra ) पर आ रहे तीर्थयात्री ऑनलाइन हेली टिकट ठगी (Pilgrims are victims of online heli ticket fraud) का शिकार हो रहे हैं. यात्रा अपने अंतिम चरण में है. अभी भी यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा होने में लगा है, जिसका फायदा उठाते हुए अज्ञात लोग फर्जी वेबसाइट बनाकर यात्रियों से हेली टिकट के नाम पर लाखों का चूना लगा रहे हैं. अभी तक पुलिस के पास ऐसे कई मामले दर्ज भी हो चुके हैं.
बता दें केदारनाथ धाम के कपाट 27 अक्टूबर को बंद होने हैं. इन दिनों में धाम में 11 से 12 हजार के करीब हर दिन तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं. तीर्थ यात्रियों के पहुंचने से जहां स्थानीय लोगों का व्यवसाय अच्छा चल रहा है. वहीं, इस बीच हेली टिकटों के नाम पर तीर्थ यात्रियों से ठगी के मामले भी सामने आ रहे हैं. केदारनाथ दर्शन के लिए आ रहे तीर्थयात्रियों के साथ बड़ी संख्या में ऑनलाइन हेली टिकट ठगी का शिकार हो रहे हैं.
महाराष्ट्र से केदारनाथ यात्रा पर आए 70 सदस्यीय ग्रुप के साथ भी हेली टिकट के नाम पर फर्जीवाड़ा हुआ है. इनसे टिकट के नाम पर कुल 5 लाख 79 हजार की धनराशि की ठगी गई. इस दल के ग्रुप लीडर देवीदास वाकचेरे ने बताया उन्होंने ऑनलाइन 70 यात्रियों के टिकट बुक किए थे. जब वे यहां पहुंचे तो पवन हंस हेली के ऑफिस में पता चला कि टिकट फर्जी हैं.
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पवन हंस कंपनी के कर्मचारियों ने जीएमवीएन हेली काउंटर पर जाने को कहा. जहां पहुंचने पर टिकट नकली होने की बात कही गई. उन्होंने कहा हेली टिकट के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा हो रहा है. अभी शिकायत साइबर क्राइम में दर्ज कर ली गई है, मगर शासन-प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. स्थानीय लोगों का कहना है इस प्रकार के धोखाधड़ी के मामले हर दिन आ रहे हैं. जिसका प्रभाव आने वाले दिनों में केदारनाथ यात्रा पर दिखेगा. इससे केदारघाटी बदनाम हो रही है.
मामले में पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया तीर्थयात्री फर्जी वेबसाइट के जरिए हेली टिकट बुकिंग करवा रहे हैं, जिससे वे ठगी का शिकार हो रहे हैं. उन्होंने कहा अभी तक सात केसों में मुकदमा दर्ज किया गया है. जिनमें चार केसों में पुलिस को सफलता हाथ लगी है. अभी भी हेली टिकट धोखाधड़ी के मामले आ रहे हैं. जिन पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है.