रुद्रप्रयाग: आपदा की दृष्टि से रुद्रप्रयाग जनपद बेहद की संवेदनशील है. ऐसे में मॉनसून की दस्तक से पहले ही सरकार और विभाग ने आपदा से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. मंगलवार को इसी संबंध में जनपद प्रभारी और आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अधिकारियों के साथ बैठक की.
बैठक में उन्होंने सड़क, पेयजल व विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर अधिकतम दो घंटे के भीतर व्यवस्था को सुचारू करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में बारिश से ज्यादा नुकसान होता है, वहां समय रहते राशन पहुंचा दिया जाए. इसके साथ स्लाइड जोन वाले स्थानों पर जेसीबी मशीन तैनात की जाये. ताकि समय रहते मार्गों को खोला जा सके.
प्रभारी मंत्री ने कहा कि आपदा की दृष्टि से रुद्रप्रयाग जनपद अत्यधिक संवेदनशील है. यहां मानसून सीजन में आपदाएं आती रहती हैं. इन आपदाओं से निपटने के लिए अधिकारी पूरी तैयारियों में जुट जाए. आपदा के समय प्रभावितों की हरसंभव मदद की जाय, उन्हें समय रहते राहत पहुंचाई जाये.
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किसान को किया गया सम्मानित
इस दौरान प्रभारी मंत्री ने कृषि विभाग की ओर से जनपद व विकासखंड स्तर पर बेहतर कार्य करने वाले चयनित किसानों को कृषक पुरस्कार किसान भूषण प्रमाण पत्र से भी सम्मानित किया.
खाद्यान्न को लेकर ली जानकारी
बैठक में पूर्ति अधिकारी ने खाद्यान्न वितरण को लेकर जानकारी दी कि जनपद के अंतर्गत माह जून तक खाद्यान्न वितरण किया जा चुका है, जबकि जुलाई, अगस्त व सितंबर माह के खाद्यान्न को भी जल्दी वितरित कर दिया जाएगा. राशन कार्ड धारकों के कार्ड ऑनलाइन करने सहित आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर प्रभारी मंत्री ने खाद्यान्न सचिव को दूरभाष के माध्यम जरूरी निर्देश दिए.
विद्युत विभाग को आदेश
विद्युत विभाग को आपदा के दृष्टिगत बिजली के झूलते तारों व खराब पोलों को ठीक करने व बारिश सहित अन्य कारणों से बाधित मोटरमार्गों को अविलंब खुलवाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए. सिंचाई विभाग ने अवगत कराया कि जनपद में सिंचाई के दो डिवीजन रुद्रप्रयाग व अगस्त्यमुनि में स्थित हैं. आपदा प्रबंधन की तैयारियों के दृष्टिगत बताया कि विभागीय स्तर पर कुल छह टीमों का गठन किया गया है.
प्रभारी मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित गतिविधियों को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने आपदा को लेकर विस्थापित गांवों की सूची यथाशीघ्र उपलब्ध कराने सहित ग्राम प्रधानों को टोल फ्री नंबर आवंटित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए. बैठक में केदारनाथ से पहुंचे तीर्थ पुरोहितों ने उनकी समस्याओं को लेकर जिला स्तरीय बैठक करवाने की मांग की.