रुद्रप्रयाग: अगस्त्यमुनि पठालीधार मार्ग पर गंगानगर के पास पैराफिट को तोड़ते हुए एक मैक्स सीधे मंदाकिनी नदी में जा गिरी. गाड़ी गिरने की जोरदार आवाज आने पर जवाहर नगर मोहल्ले में रहने वाले शिक्षक सीधे नदी के तरफ दौड़ पड़े. जहां उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर घायल मैक्स ड्राइवर को किसी तरह से बाहर निकाला. इसी बीच पुलिस भी मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कर उसे अस्पताल पहुंचाया गया. जहां पर मैक्स ड्राइवर का इलाज चल रहा है.
मैक्स नदी में गिरते ही आई तेज आवाज, घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े शिक्षक: जानकारी के मुताबिक, अगस्त्यमुनि पठालीधार मार्ग पर गंगानगर के पास एक मैक्स वाहन अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरा. जैसे ही मैक्स नदी में गिरी, वैसे ही तेज आवाज सुनकर जवाहर नगर मोहल्ले में रहने वाले शिक्षक त्रिलोक सिंह जगवाण घर से बाहर निकल आए. उन्हें नदी के पानी में समायी मैक्स की हेड लाइट जलती दिखाई दी. आनन-फानन में वो नदी की ओर दौड़े, लेकिन इस छोर पर पानी की बहाव तेज होने पर उन्होंने दूसरे छोर यानी दुर्घटना वाली जगह से जाने का निर्णय लिया.
'बचाओ-बचाओ' चिल्ला रहा था ड्राइवर: इसी बीच उनके बेटे ने पुलिस को भी सूचना दे दिया. वहीं, शिक्षक त्रिलोक सिंह जगवाण, पड़ोसी शिक्षक विक्रम सिंह झिंक्वाण और होटल मालिक दुर्गेश कंडारी को लेकर गंगानगर होते हुए दुर्घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े. जहां सड़क से नदी की ओर जाने के लिए रास्ता नहीं था. ऐसे में घास-फूस पकड़कर किसी तरह से शिक्षक त्रिलोक सिंह जगवाण गाड़ी के पास पहुंचे. उन्हें आता देख गाड़ी में फंसे शख्स ने जोर-जोर से 'बचाओ-बचाओ' चीखना शुरू कर दिया.
लगी थी गहरी चोट, पानी में रहने से कांप रहा था ड्राइवर: शिक्षक जगवाण ने बताया कि उन्होंने नदी में जाकर मैक्स में फंसे शख्स को किसी तरह से बाहर खींचा. उसकी कमर में चोट लगी थी और काफी देर तक ठंडे पानी में रहने से बुरी तरह से कांप रहा था. इस मैक्स ड्राइवर के लिए शिक्षक त्रिलोक सिंह जगवाण फरिश्ता बनकर पहुंचे थे. थोड़ी भी देर होती तो ड्राइवर गहरी चोट और ठंडे पानी में रहने से हादसे का शिकार हो सकता था. वहीं, वाहन ड्राइवर को सुरक्षित बाहर निकालने के कुछ देर बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची.
वहाीं, पुलिस दल ने ड्राइवर को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया. वाहन ड्राइवर की पहचान ग्राम सिल्ला बमणगांव निवासी कपिल के रूप में हुई है. इस हादसे में उसे गहरी चोट लगी है, लेकिन इस भीषण हादसे में वो बाल-बाल बच गया. वहीं, ड्राइवर की जान बचाने वाले शिक्षक त्रिलोक सिंह जगवाण कंडारा के रहने वाले हैं. जो वर्तमान में राजकीय इंटर कॉलेज चंद्रापुरी में जीव विज्ञान प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं.