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रुद्रप्रयाग में मराठा रेजीमेंट ने किया मशाल यात्रा का स्वागत, कल जोशीमठ होगी रवाना

1971 के भारत-पाक युद्ध में देश के वीर सपूतों ने अपनी जान देकर देश की रक्षा की थी. उनकी याद में भारतीय सेना की ओर से स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा निकाली जा रही है.

Rudraprayag Mashal Yatra
Rudraprayag Mashal Yatra
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Published : Jan 23, 2021, 7:36 PM IST

रुद्रप्रयाग: भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों और वीर नारियों के सम्मान में भारतीय सेना की ओर से स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा निकाली जा रही है. यह यात्रा पूरे देश में एक साल तक चलेगी. जहां-जहां यात्रा जायेगी, उन जगहों पर वीर नारियों, शहीदों और भूतपूर्व सैनिकों के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन कर उन्हें सम्मानित किया जा रहा है.

मराठा रेजीमेंट ने किया मशाल यात्रा का स्वागत.

बता दें, 16 दिसम्बर 1971 के भारत-पाक युद्ध में देश के वीर सपूतों ने अपनी जान देकर देश की रक्षा की थी. वीर जवानों और वीर नारियों के सम्मान में भारतीय सेना की ओर से स्वर्णिम विजय दिवस मनाया जा रहा है. भारत-पाक युद्ध को 50 वर्ष हो चुके हैं और भारतीय सेना गोल्डन जुबली की तरह इस कार्यक्रम को मना रही है. कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली से चार मशाल यात्रा को रवाना किया था. ये मशाल यात्रा देश के चारों कोनों में जा रही हैं. जहां-जहां वीर नारियां और भूतपूर्व सैनिक हैं उन्हें सम्मानित कर यात्रा आगे बढ़ रही है.

रुद्रप्रयाग जिले से भी दो जवानों ने भारत-पाक युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. इसमें दयाल सिंह और दरबान सिंह शामिल हैं. दरबान सिंह युद्ध के दौरान शहीद हो गए थे. शनिवार को मशाल यात्रा पौड़ी जिले के लैंसडाउन से रुद्रप्रयाग स्थित मराठा रेजीमेंट पहुंची. यहां पर उप कमाडिंग ऑफिसर आरएसआर कृष्णन ने यात्रा का स्वागत किया. मशाल यात्रा रात्रि विश्राम के बाद रविवार सुबह जोशीमठ को रवाना होगी. 27 जनवरी को यात्रा की वापसी पर रुद्रप्रयाग मुख्यालय के गुलाबराय मैदान में कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा.

पढ़ें- फरवरी से देश के 57 बड़े स्टेशनों पर IRCTC शुरू करेगा ई-कैटरिंग सेवा

मराठा रेजीमेंट के उप कमांडिंग ऑफिसर आरएसआर कृष्णन एवं 6 गढ़वाल रायफल के नायब सूबेदार दिलीप सिंह ने बताया कि भारत-पाक युद्ध को 50 वर्ष पूरे होने पर गोल्डन जुबली के तौर पर भारतीय सेना इस कार्यक्रम को मना रही है. इसमें एक साल तक यह मशाल यात्रा देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर वीर जवानों और वीर नारियों का सम्मान करेगी.

कृष्णन ने बताया कि जोशीमठ से मशाल यात्रा की वापसी पर गुलाबराय मैदान में कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. इसमें शस्त्रों की प्रदर्शनी, वीर नारियों और जवानों का सम्मान और स्कूली छात्रों को सम्मानित किया जायेगा. कार्यक्रम में 300 के करीब सैनिक व भूतपूर्व सैनिक मौजूद रहेंगे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीएम मनुज गोयल रहेंगे.

रुद्रप्रयाग: भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों और वीर नारियों के सम्मान में भारतीय सेना की ओर से स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा निकाली जा रही है. यह यात्रा पूरे देश में एक साल तक चलेगी. जहां-जहां यात्रा जायेगी, उन जगहों पर वीर नारियों, शहीदों और भूतपूर्व सैनिकों के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन कर उन्हें सम्मानित किया जा रहा है.

मराठा रेजीमेंट ने किया मशाल यात्रा का स्वागत.

बता दें, 16 दिसम्बर 1971 के भारत-पाक युद्ध में देश के वीर सपूतों ने अपनी जान देकर देश की रक्षा की थी. वीर जवानों और वीर नारियों के सम्मान में भारतीय सेना की ओर से स्वर्णिम विजय दिवस मनाया जा रहा है. भारत-पाक युद्ध को 50 वर्ष हो चुके हैं और भारतीय सेना गोल्डन जुबली की तरह इस कार्यक्रम को मना रही है. कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली से चार मशाल यात्रा को रवाना किया था. ये मशाल यात्रा देश के चारों कोनों में जा रही हैं. जहां-जहां वीर नारियां और भूतपूर्व सैनिक हैं उन्हें सम्मानित कर यात्रा आगे बढ़ रही है.

रुद्रप्रयाग जिले से भी दो जवानों ने भारत-पाक युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. इसमें दयाल सिंह और दरबान सिंह शामिल हैं. दरबान सिंह युद्ध के दौरान शहीद हो गए थे. शनिवार को मशाल यात्रा पौड़ी जिले के लैंसडाउन से रुद्रप्रयाग स्थित मराठा रेजीमेंट पहुंची. यहां पर उप कमाडिंग ऑफिसर आरएसआर कृष्णन ने यात्रा का स्वागत किया. मशाल यात्रा रात्रि विश्राम के बाद रविवार सुबह जोशीमठ को रवाना होगी. 27 जनवरी को यात्रा की वापसी पर रुद्रप्रयाग मुख्यालय के गुलाबराय मैदान में कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा.

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मराठा रेजीमेंट के उप कमांडिंग ऑफिसर आरएसआर कृष्णन एवं 6 गढ़वाल रायफल के नायब सूबेदार दिलीप सिंह ने बताया कि भारत-पाक युद्ध को 50 वर्ष पूरे होने पर गोल्डन जुबली के तौर पर भारतीय सेना इस कार्यक्रम को मना रही है. इसमें एक साल तक यह मशाल यात्रा देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर वीर जवानों और वीर नारियों का सम्मान करेगी.

कृष्णन ने बताया कि जोशीमठ से मशाल यात्रा की वापसी पर गुलाबराय मैदान में कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. इसमें शस्त्रों की प्रदर्शनी, वीर नारियों और जवानों का सम्मान और स्कूली छात्रों को सम्मानित किया जायेगा. कार्यक्रम में 300 के करीब सैनिक व भूतपूर्व सैनिक मौजूद रहेंगे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीएम मनुज गोयल रहेंगे.

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