ETV Bharat / state

मक्कूमठ में विराजमान हुए भगवान तुंगनाथ, कल से यहां पर होगी शीतकालीन पूजा-अर्चना - भगवान तुंगनाथ का मंदिर बंद

शीतकाल के छह माह तक भगवान तुंगनाथ की पूजा-अर्चना मक्कूमठ में ही होगी.

भगवान तुंगनाथ
author img

By

Published : Nov 8, 2019, 10:12 PM IST

Updated : Nov 8, 2019, 11:35 PM IST

रुद्रप्रयाग: पंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विख्यात व चन्द्रशिला की तलहटी में बसे भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल मार्कण्डेय तीर्थ मक्कूमठ में विराजमान हो गई है. भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से मक्कू गांव आगमन पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने चल विग्रह उत्सव डोली की अगुवाई की और लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर विश्व कल्याण की कामना की.

शनिवार से भगवान तुंगनाथ की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल मार्कडेय तीर्थ मक्कूमठ में विधिवत शुरू होगी. शुक्रवार को 11 बजे भगवान तुंगनाथ चल विग्रह उत्सव डोली भनकुंड से अपने शीतकालीन गद्दीस्थल के लिए रवाना हुई थी. पैदल यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं ने अनेक प्रकार की पूजा सामग्रियों से अघ्र्य लगाकर कर लाल पीले वस्त्र अर्पित कर मनौती मांगी.

मक्कूमठ में विराजमान हुए भगवान तुंगनाथ

पढ़ें- पांडव लीला में लीन हुई केदारघाटी, यहीं से स्वर्गारोहणी निकले थे पांडव

इसके बाद भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली मार्कडेय तीर्थ की तीन परिक्रमा कर शीतकालीन गद्दीस्थल पर विराजमान हुई. भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के विराजमान होते ही विद्वान आचार्यो द्वारा सभी मूर्तियों का अभिषेक किया गया. इसके बाद ग्रामीणों ने पौराणिक परम्पराओं के अनुसार अघ्र्य लगाकर विश्व कल्याण की कामना की. शनिवार से भगवान तुंगनाथ की शीतकालीन पूजा मक्कूमठ में विधिवत शुरू होगी.

रुद्रप्रयाग: पंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विख्यात व चन्द्रशिला की तलहटी में बसे भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल मार्कण्डेय तीर्थ मक्कूमठ में विराजमान हो गई है. भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से मक्कू गांव आगमन पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने चल विग्रह उत्सव डोली की अगुवाई की और लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर विश्व कल्याण की कामना की.

शनिवार से भगवान तुंगनाथ की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल मार्कडेय तीर्थ मक्कूमठ में विधिवत शुरू होगी. शुक्रवार को 11 बजे भगवान तुंगनाथ चल विग्रह उत्सव डोली भनकुंड से अपने शीतकालीन गद्दीस्थल के लिए रवाना हुई थी. पैदल यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं ने अनेक प्रकार की पूजा सामग्रियों से अघ्र्य लगाकर कर लाल पीले वस्त्र अर्पित कर मनौती मांगी.

मक्कूमठ में विराजमान हुए भगवान तुंगनाथ

पढ़ें- पांडव लीला में लीन हुई केदारघाटी, यहीं से स्वर्गारोहणी निकले थे पांडव

इसके बाद भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली मार्कडेय तीर्थ की तीन परिक्रमा कर शीतकालीन गद्दीस्थल पर विराजमान हुई. भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के विराजमान होते ही विद्वान आचार्यो द्वारा सभी मूर्तियों का अभिषेक किया गया. इसके बाद ग्रामीणों ने पौराणिक परम्पराओं के अनुसार अघ्र्य लगाकर विश्व कल्याण की कामना की. शनिवार से भगवान तुंगनाथ की शीतकालीन पूजा मक्कूमठ में विधिवत शुरू होगी.

Intro:शीतकालीन गद्दीस्थल में विराजमान हुए बाबा तुंगनाथ
आज से मक्कूमठ में होगी शीतकालीन पूजा-अर्चना
रुद्रप्रयाग। पंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विख्यात व चन्द्रशिला की तलहटी में बसे भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल मार्कण्डेय तीर्थ मक्कूमठ में विराजमान हो गई है। भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से मक्कू गांव आगमन पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने चल विग्रह उत्सव डोली की अगुवाई की और लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर विश्व कल्याण की कामना की। शनिवार से भगवान तंुगनाथ की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल मार्कडेय तीर्थ मक्कूमठ में विधिवत शुरू होगी। Body:शुक्रवार को भनकुण्ड में पण्डित अतुल मैठाणी, भरत प्रसाद मैठाणी, आशीष मैठाणी व विनोद प्रसाद मैठाणी ने ब्रह्मबेला पर पंचांग पूजन के तहत भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली व साथ चल रहे अनेक देवी-देवताओं के निशाणों की अनेक पूजाएं संपंन कर आरती उतारी और भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली को भोग अर्पित किया। ठीक 11 बजे भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली भनकुण्ड से अपने शीतकालीन गद्दीस्थल के लिए रवाना हुई तो पैदल यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं ने अनेक प्रकार की पूजा सामग्रियों से अघ्र्य लगाकर कर लाल पीले वस्त्र अर्पित कर मनौती मांगी। राकेश्वरी मंदिर पहुंचने पर भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली व अन्य देवी-देवताओं के निशाणों ने गंगा स्नान किया और मक्कू बस स्टेशन पर डोली के पहुंचने पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर डोली का भव्य स्वागत किया। भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल मार्कण्डेय तीर्थ मक्कूमठ पहुंचने पर श्रद्धालुओं की जयकारों से समस्त भूभाग गुंजायमान हो उठा। भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ने मार्कडेय तीर्थ की तीन परिक्रमा कर शीतकालीन गद्दीस्थल में विराजमान हुई। भगवान तंुगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के विराजमान होते ही विद्वान आचार्यो द्वारा सभी मूर्तियों व निशाणों का अभिषेक किया गया और ग्रामीणों ने पौराणिक परम्पराओ के अनुसार अघ्र्य लगाकर विश्व कल्याण की कामना की। शनिवार से भगवान तंुगनाथ की शीतकालीन पूजा मक्कूमठ में विधिवत शुरू होगी।Conclusion:
Last Updated : Nov 8, 2019, 11:35 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.