रुद्रप्रयाग: बैशाखी के पावन पर्व पर ओंकारेश्वर मंदिर में द्वितीय केदार मद्महेश्वर एवं तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट खोलने की तिथि मार्कण्डेय मंदिर में तय की जाएगी. इसके साथ ही इसी दिन ओंकारेश्वर मंदिर में बूढ़ा मद्महेश्वर भगवान की डोली भी बाहर आती है, जिसके चलते सैकड़ों लोग डोली के दर्शनों के लिए पहुंचते थे. वहीं इस बार कोरोना वायरस के चलते देवस्थानम् बोर्ड के ईओ एनपी जमलोकी ने बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन को पत्र भेजा है. वहीं, उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के चलते इस बार सीमित लोग ही शामिल हो पाएंगे.
बता दें कि पूर्व परम्परा के अनुसार बैशाखी के दिन ही ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में मद्महेश्वर एवं मार्कण्डेय मंदिर मक्कूमठ में तुंगनाथ मन्दिर के कपाट खुलने की तिथि तय की जाती है. इसके साथ ही ओंकारेश्वर मंदिर में बूढ़ा मद्महेश्वर भगवान की भोगमूर्ति को गर्भगृह से बाहर लाकर डोली में विराजमान किया जाता है, जिसके बाद मंदिर की परिक्रमा के साथ डोली भक्तों को दर्शन देती है, लेकिन कोरोना को देखते हुए इस बार इस मौके पर सीमित लोग ही शामिल होंगे.
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ईओ एनपी जमलोकी ने बताया की पत्र में केदारनाथ धाम के लिए एडवांस टीम का भी जिक्र किया गया है. एडवांस टीम मंदिर के आसपास की व्यवस्थाओं के साथ पूजा काउंटरों, भोग मंडी, प्रवचन हाल, रावल-कर्मचारियों के प्रवास के लिए बने हटों, मंदिर की विद्युत और पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रत्येक वर्ष कपाट खुलने से करीब पंद्रह से बीस दिन पूर्व रवाना होती है.