रुद्रप्रयागः विकासखंड अगस्त्यमुनि के दशज्यूला कांडई क्षेत्र में गुलदार का आतंक बना हुआ है. गुलदार का आतंक इतना बढ़ गया है कि ग्रामीण अपने घरों से बाहर निकलने में भी कतरा रहे हैं.ताजा घटनाक्रम के तहत गुलदार ने बीती रात एक ग्रामीण की 24 बकरियों को अपना निवाला बना दिया. उधर, वन विभाग से शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. जिससे क्षेत्रीय जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है.
इन दिनों दशज्यूला-कांडई की जनता गुलदार के आतंक के साये में जीने को मजबूर हैं. गुलदार ग्रामीणों के मवेशियों को निवाला बना रहा है, जिससे ग्रामीणों की आजीविका पर भी बुरा असर पड़ रहा है. ताजा घटनाक्रम के तहत बीती रात गुलदार ने गौशाला की खिड़की तोड़कर 24 मवेशियों को अपना निवाला बना दिया. ऐसे में बकरी पालक की आजीविका का जरिया ही समाप्त हो गया है. दशज्यूला कांडई क्षेत्र की ग्रामसभा ढुंग जरम्वाड़ के बीरबल सिंह की गौशाला में घुसकर गुलदार ने बकरियों को अपना शिकार बना दिया. इस घटना से बकरी पालक बीरबल को डेढ़ लाख से भी ज्यादा का नुकसान हुआ है.
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पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष लखपत सिंह भंडारी ने कहा कि दशज्यूला क्षेत्र में गुलदार का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. आये दिन गुलदार मवेशियों को निवाला बना रहा है. जिस कारण ग्रामीण भय के साए में जीने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि एक तरफ वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण लोग परेशान हैं तो दूसरी ओर जंगली जानवरों का खौफ भी ग्रामीणों के मन में बना हुआ है. उन्होंने वन विभाग से पीड़ित बकरी पालक को उचित मुआवजा देने की मांग की है.