रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा अपने चरम पर है. 3 मई से शुरू हुई यात्रा में 17 जून शाम आठ बजे तक 21 लाख 53 हजार से ज्यादा तीर्थ यात्री चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं. इस बीच उत्तराखंड में मॉनसून ने भी दस्तक दे दी है. मॉनसून का केदारनाथ यात्रा की गति पर असर पड़ा है. पहले जहां केदार यात्रा में हर दिन 18 से 20 हजार यात्री पहुंच रहे थे, वहीं मॉनसून शुरू होने से अब 10 से 11 हजार के करीब तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं.
बीते रोज भी केदारनाथ धाम में 10 हजार 210 तीर्थ यात्री पहुंचे. वहीं अब तक 7 लाख 38 हजार के करीब तीर्थयात्री बाबा के दरबार में दर्शन कर चुके हैं. हालांकि, जिला प्रशासन की ओर से मॉनसून को लेकर कमर कस ली गई है. जिला प्रशासन का कहना है कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर हाईवे पर भूस्खलन होता है. ऐसे में मलबा हटाने के लिये मशीनों और मजदूरों की तैनाती कर दी गई है. साथ ही यात्रा रुकने की दिशा में यात्रियों के लिये सुरक्षित स्थानों पर रहने व खाने की व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं.
केदारघाटी में बढ़ी ठंड: मॉनसून आने के बाद से केदारनाथ धाम में हर रोज बारिश हो रही है. बारिश के कारण केदारनाथ धाम में ठंड बढ़ गई है. इसके अलावा धाम में संचालित होने वाली हेली सेवाएं भी मौसम खराब होने पर बाधित हो रही हैं. इधर निचले क्षेत्रों में बारिश होने के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिली है.
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अफवाहों से बचें यात्री: रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि प्रशासन मॉनसून सीजन से निपटने के लिये पूरी तरह तैयार है. पहले से ही तैयारियां की गई हैं. उन्होंने यात्रियों से प्रदेश सरकार व प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है. यात्री किसी भी प्रकार की अफवाओं में आने से बचें. उन्होंने कहा कि यात्रा को किसी भी हाल में बाधित नहीं होने दिया जायेगा.