रुद्रप्रयाग: केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बांसबाड़ा के पास एक बार फिर से बाधित (Kedarnath National Highway blocked) हो गया. बांसबाड़ा के पास मलबा आने से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद (Nh closed due to debris near Bansbara) हो गया है. जिसके कारण राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित होने के कारण स्थानीय लोगों के साथ ही यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बीते कुछ दिनों से केदारघाटी में लगातार बारिश (rain in kedar valley) जारी है. जिसके कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं. भूस्खलन की घटनाएं बढ़ने के कारण केदारनाथ हाईवे कई जगहों पर बाधित हो गया है. आज भी केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बांसबाड़ा के पास मलबा आने से कई घंटे से बंद हैं.
केदारघाटी के ऊंचाई वाले इलाकों से लेकर जिले के निचले क्षेत्रों में लगातार चार दिनों से बारिश जारी है. बारिश के कारण जहां केदारनाथ यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं ग्रामीण जनजीवन भी अस्त-व्यस्त है. लगातार हो रही बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे पर सफर करना भी खतरनाक साबित हो रहा है. हाईवे के जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है. जिस कारण तीर्थयात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है.
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ऑल वेदर सड़क निर्माण के बाद से केदारनाथ हाईवे के एक दर्जन से अधिक स्थानों पर डेंजर जोन बने हुए हैं. जहां पर हल्की सी बारिश होने पर पहाड़ी से भूस्खलन होने लगता है. हाईवे के सिल्ली, बांसबाड़ा, कुंड, फाटा, रामपुर सहित कई ऐसे स्थान हैं. जहां पर बारिश होने पर भूस्खलन होने लगता है. पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन को लेकर एनएच विभाग की ओर से स्थाई ट्रीटमेंट नहीं किया जा रहा है. जिसके कारण यात्रा के दौरान देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही केदारघाटी की जनता खासी परेशान रहती है.
सोमवार दोपहर को केदारनाथ हाईवे के बांसबाड़ा में पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आने के बाद राजमार्ग बाधित हो गया. ढाई घंटे का समय गुजरने के बाद एनएच विभाग की मशीनें मौके पर पहुंची. जिसके बाद मलबा हटाने का कार्य शुरू किया. इस दौरान फंसे हजारों तीर्थयात्रियों को घंटों राजमार्ग खुलने का इंतजार करना पड़ा. इसके अलावा भारी बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे पर कई जगहों पर पुश्ते ध्वस्त हो गये हैं. जिसके कारण और भी जगहों पर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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बता दें मौसम विभाग ने कुमाऊं और गढ़वाल के पर्वतीय इलाकों में बारिश का अलर्ट जारी किया है. भारी बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने प्रदेश में येलो अलर्ट जारी (YELLOW Alert in Uttarakhand) किया है. साथ ही नदी नालों के किनारे और पर्वतीय क्षेत्रों में संवेदनशील इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है. मौसम विभाग की मानें तो पर्वतीय क्षेत्रों के कुछ इलाकों में मध्यम से भारी बारिश (Heavy Rain in uttarakhand) की संभावना जताई है.
इसी के साथ कई जिलों में गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की भी आशंका है. इसी के तहत मौसम विभाग ने बारिश को लेकर प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया है. बता दें कि उत्तराखंड में मौसम का मिजाज तल्ख है. रुक रुक कर बारिश (Uttarakhand rain) का दौर जारी है. जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.