रुद्रप्रयाग: केदारनाथ हाईवे 2 दिन से रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय से 6 किलोमीटर आगे भटवाड़ीसैंण में बंद पड़ा है. यहां पर पहाड़ी से लगातार बोल्डर गिरने के कारण हाईवे को खोलने में मुश्किलें हो रही हैं. इस कारण रुद्रप्रयाग जनपद की आधी से अधिक आबादी को 30 से 35 किलोमीटर की अतिरिक्त आवाजाही करनी पड़ रही है. हाईवे के बंद होने से डीएम और एसपी को भी दूसरी ओर पैदल निकलना पड़ा.
पहाड़ों में बारिश का दौर जारी है. बारिश होने से लगातार परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. सबसे बुरी स्थिति केदारनाथ हाईवे पर भूस्खलन से हो गयी है. केदारनाथ हाईवे इन दिनों 5 से अधिक स्थानों पर बंद हो रहा है. केदारनाथ हाईवे रुद्रप्रयाग जनपद की आधी से अधिक आबादी की लाइफ लाइन है. हाईवे बंद होने के कारण जिले की जनता को कई किमी का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है.
केदारनाथ हाईवे भटवाड़ीसैंण में बंद होने से जिले में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी ठप पड़ गयी है. आज सुबह सीएम पुष्कर सिंह धामी के कार्यक्रम को लेकर डीएम और एसपी भी डायवर्ट मार्ग रुद्रप्रयाग-जवाड़ी-तिलवाड़ा से होकर निकले. वापसी में उन्हें भी पैदल होकर दूसरी ओर आना पड़ा. डीएम मनुज गोयल ने कहा कि हाईवे के बंद होने पर शीघ्रता से खोलने की कार्रवाई की जा रही है. डेंजर जोन वाले स्थानों पर मशीनों को तैनात किया गया है, जिससे राजमार्ग पर किसी भी परेशानी न जूझना पड़े.
बांसबाड़ा-बस्टी मोटरमार्ग पर बांसबाड़ा में बने पुल पर विगत 20 दिनों से आवाजाही ठप है. विगत 10 जुलाई को क्षतिग्रस्त पुल का ट्रीटमेंट शुरू किया गया था. मात्र 4 दिन पुल पर कार्य करने के बाद मरम्मत कार्य को अधूरा छोड़ा गया है. बरसात के समय केदारनाथ हाईवे पर बांसबाड़ा और गुप्तकाशी के बीच आवाजाही बन्द होने से इसी मोटरमार्ग पर वैकल्पिक रूप से आवाजाही होती है. पुल की मरम्मत का कार्य अधूरा होने से आवाजाही बाधित है. इस कारण इन दिनों जनता की दिक्कतें बढ़ गयी हैं.
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दरअसल, साल 2007 में एलएंडटी कंपनी ने मंदाकिनी नदी पर बांसबाड़ा में मोटरपुल का निमार्ण किया था. इस पुल के बन जाने के बाद बांसबाड़ा-बस्टी मोटरमार्ग सीधे बसुकेदार-गुप्तकाशी से जुड़ गया था. साल 2013 की आपदा के समय इस मोटरमार्ग से वैकल्पिक रूप से आवाजाही हुई थी. तब से लेकर अब तक गुप्तकाशी और बांसबाड़ा के बीच केदारनाथ हाईवे पर आवाजाही बंद होने से इसी मोटरमार्ग से आवाजाही होती है.
इस मोटरमार्ग पर लगातार भारी वाहनों की आवाजाही होने से बांसबाड़ा में मंदाकिनी नदी के ऊपर बना मोटरपुल क्षतिग्रस्त हो गया था. इसके बाद लोक निर्माण विभाग और एलएंडटी कंपनी ने संयुक्त रूप से मोटरपुल की मरम्मत का कार्य शुरू किया था. बांसबाड़ा पुल पर 10 जुलाई से आवाजाही बंद लेकिन मात्र 4 दिन तक ही पुल पर कार्य हो पाया.