ETV Bharat / state

कल खुलेंगे केदारनाथ के कपाट, हजारों टन फूलों से सजाया गया बाबा का दरबार - चारधाम यात्रा

9 मई से बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने वाले हैं, जिसको लेकर प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. साथ ही मंदिर प्रशासन ने केदारनाथ धाम को कई हजारों टन फूलों के साथ सजाया है.

कल खुलेंगे केदारनाथ के कपाट.
author img

By

Published : May 8, 2019, 6:08 PM IST

रुद्रप्रयाग: 9 मई से शुरू हो रही केदारनाथ यात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में है. सुबह ही बाबा केदार की डोली गौरीकुंड से केदारनाथ धाम के लिये रवाना हो गई. बाबा केदार की पैदल डोली यात्रा के साथ हजारों तीर्थ यात्री भी साथ में चल रहे हैं. केदारनाथ में बाबा केदार के मुख्य मंदिर को हजारों टन फूलों से सजाया जा रहा है. साथ ही अधिकारियों ने भी यात्रा को विधिवत शुरू कराने के लिए केदारनाथ धाम में डेरा डाल दिया है.

प्रदेश में 9 मई को सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर ग्रीष्मकाल में 6 माह के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. केदारनाथ की यात्रा को लेकर भक्तों में भारी जोश है. हजारों श्रद्धालु बाबा केदार की पैदल यात्रा में साथ चल रहे हैं.
केदारनाथ धाम में इस बार रिकार्ड तोड़ बर्फबारी हुई है. केदारनाथ में अभी भी 10 फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है. ऐसे में केदारनाथ में भीषण ठंड का भी सामना लेना पड़ सकता है.

कल खुलेंगे केदारनाथ के कपाट.

केदारनाथ धाम में 5 हजार यात्रियों के रहने की व्यवस्था की गई है. साथ ही छानी और लिनचैली में 2500 यात्रियों के रहने की व्यवस्था की गई है. बर्फबारी की वजह से रहने की व्यवस्थाएं देरी से हुई हैं. गढ़वाल मण्डल ने अपनी हट्स को ठीक कर लिया है तो स्थानीय व्यापारियों ने टेंट लगा लिए हैं, जिनका लाभ तीर्थयात्रियों को मिलेगा.

जानकारी के अनुसार, धाम में 100 कुंतल लकड़ी अलाव के लिए पहुंच गई है. बर्फबारी और ठंड का प्रकोप ज्यादा होने के कारण अलाव की संख्या बढ़ा दी गई है. मुख्य पड़ावों में स्वास्थ्य विभाग और सिक्स सिग्मा की टीम अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार हैं. धाम में कम्युनिकेशन की सुविधाएं भी बहाल कर दी गई हैं, जिसका ट्रायल भी हो चुका है.

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि चारधाम यात्रा प्रोजेक्ट के तहत राजमार्ग से कटिंग का मलबा हटा लिया गया है. रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक सड़क को सफाई कर दी गई है. राजमार्ग की चौड़ाई बढ़ा दी गई है. यात्रियों की सुविधा के लिए पैराफिट लगाए जाएंगे. साथ ही धूल से बचने के लिए राजमार्ग पर पानी का छिंड़काव करने को कहा गया है. डेंजर जोन वाले स्थानों पर लैंड स्लाइड होने की स्थिति में SDRF और पुलिस के जवान तीर्थयात्रियों की सेवा में तैनात रहेंगे. साथ ही डीएम ने बताया कि अल्टरनेट रास्तों को भी तैयार रखा गया है, जिससे राजमार्ग के घंटों बंद होने की स्थिति में तीर्थयात्रियों की आवाजाही अन्य मार्गों से कराई जा सके.

रुद्रप्रयाग: 9 मई से शुरू हो रही केदारनाथ यात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में है. सुबह ही बाबा केदार की डोली गौरीकुंड से केदारनाथ धाम के लिये रवाना हो गई. बाबा केदार की पैदल डोली यात्रा के साथ हजारों तीर्थ यात्री भी साथ में चल रहे हैं. केदारनाथ में बाबा केदार के मुख्य मंदिर को हजारों टन फूलों से सजाया जा रहा है. साथ ही अधिकारियों ने भी यात्रा को विधिवत शुरू कराने के लिए केदारनाथ धाम में डेरा डाल दिया है.

प्रदेश में 9 मई को सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर ग्रीष्मकाल में 6 माह के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. केदारनाथ की यात्रा को लेकर भक्तों में भारी जोश है. हजारों श्रद्धालु बाबा केदार की पैदल यात्रा में साथ चल रहे हैं.
केदारनाथ धाम में इस बार रिकार्ड तोड़ बर्फबारी हुई है. केदारनाथ में अभी भी 10 फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है. ऐसे में केदारनाथ में भीषण ठंड का भी सामना लेना पड़ सकता है.

कल खुलेंगे केदारनाथ के कपाट.

केदारनाथ धाम में 5 हजार यात्रियों के रहने की व्यवस्था की गई है. साथ ही छानी और लिनचैली में 2500 यात्रियों के रहने की व्यवस्था की गई है. बर्फबारी की वजह से रहने की व्यवस्थाएं देरी से हुई हैं. गढ़वाल मण्डल ने अपनी हट्स को ठीक कर लिया है तो स्थानीय व्यापारियों ने टेंट लगा लिए हैं, जिनका लाभ तीर्थयात्रियों को मिलेगा.

जानकारी के अनुसार, धाम में 100 कुंतल लकड़ी अलाव के लिए पहुंच गई है. बर्फबारी और ठंड का प्रकोप ज्यादा होने के कारण अलाव की संख्या बढ़ा दी गई है. मुख्य पड़ावों में स्वास्थ्य विभाग और सिक्स सिग्मा की टीम अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार हैं. धाम में कम्युनिकेशन की सुविधाएं भी बहाल कर दी गई हैं, जिसका ट्रायल भी हो चुका है.

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि चारधाम यात्रा प्रोजेक्ट के तहत राजमार्ग से कटिंग का मलबा हटा लिया गया है. रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक सड़क को सफाई कर दी गई है. राजमार्ग की चौड़ाई बढ़ा दी गई है. यात्रियों की सुविधा के लिए पैराफिट लगाए जाएंगे. साथ ही धूल से बचने के लिए राजमार्ग पर पानी का छिंड़काव करने को कहा गया है. डेंजर जोन वाले स्थानों पर लैंड स्लाइड होने की स्थिति में SDRF और पुलिस के जवान तीर्थयात्रियों की सेवा में तैनात रहेंगे. साथ ही डीएम ने बताया कि अल्टरनेट रास्तों को भी तैयार रखा गया है, जिससे राजमार्ग के घंटों बंद होने की स्थिति में तीर्थयात्रियों की आवाजाही अन्य मार्गों से कराई जा सके.

केदारधाम में व्यवस्थाएं दुरूस्त, स्वागत में प्रशासन 
तीर्थयात्रियों को मिलेगी 4 जी की सुविधा, धाम में रह सकेंगे पांच हजार के करीब तीर्थयात्री  
नौ मई को सुबह पांच बजकर 35 मिनट पर खुलेंगे बाबा केदार के कपाट
केदारनाथ की पंचमुखी डोली आज पहुंचेगी केदारनाथ
केदारनाथ में बर्फबारी से ठंड अधिक
उत्तराखण्ड डेस्क
स्लग - केदारनाथ यात्रा
रिपोर्ट - रोहित डिमरी/08 मई 2019/रुद्रप्रयाग/एवीबी
एंकर - नौ मई से शुरू हो रही केदारनाथ यात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। आज प्रात: बाबा केदार की डोली गौरीकुण्ड से केदारनाथ धाम के लिये रवाना हो गई है। बाबा केदार की पैदल डोली यात्रा के साथ हजारों तीर्थ यात्री भी साथ में चल रहे हैं। केदारनाथ में बाबा केदार के मुख्य मंदिर को हजारों टन फूलों से सजाया जा रहा है। अधिकारी-कर्मचारियों ने भी केदारनाथ यात्रा को विधिवत शुरू कराने के लिये केदारनाथ धाम में डेरा डाल दिया है। 
वीओ 1 - नौ मई को प्रात: पांच बजकर 35 मिनट पर ग्रीष्मकाल के छह माह के लिये आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये जाएंगे। केदारनाथ की यात्रा शुरू होने को लेकर भक्तों में भारी जोश है। हजारों श्रद्धालु भी बाबा केदार की पैदल यात्रा में साथ चल रहे हैं। वहीं केदारनाथ धाम की बात करें तो धाम में यात्रा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। भारी ठंड के बावजूद भी यात्रा से जुड़े विभागों के अधिकारी-कर्मचारी और पुलिस के जवान केदारनाथ में मौजूद हैं। जबकि केदारनाथ में मंदिरों को हजारों टन फूलों से सजाया जा रहा है।
बाइट -1 मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी 
वीओ 2 - केदारनाथ धाम में इस बार रिकार्डतोड़ बर्फबारी हुई है। केदारनाथ में अभी भी दस फीट से अधिक बर्फबारी है। ऐसे में केदारनाथ में भीषण ठंड का भी सामना करना पड़ रहा है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर अभी भी बर्फ है, जिसे साफ करने बाद यात्रियों के लिये रास्ता तैयार किया जा रहा है। बर्फबारी के कारण केदारनाथ में दिक्कतें बहुत अधिक हैं। ऐसे में यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। 
केदारनाथ धाम में पांच हजार यात्रियों की रहने की व्यवस्था कर दी गयी है और छानी व लिनचैली में ढाई हजार यात्रियों की रहने व्यवस्था की गयी है। बर्फवारी की वजह से रहने की व्यवस्थाएं देरी से हुई है। गढ़वाल मण्डल ने अपनी ह्ट्स को ठीक कर लिया है तो स्थानीय व्यापारियों ने टेंट लगाये हैं, जिनका लाभ तीर्थयात्रियों को मिलेगा। बताया कि धाम में सौ कुंतल लकड़ी अलाव के लिए पहुंच गयी है। बर्फवारी और ठंड का प्रकोप ज्यादा होने के कारण अलाव की संख्या बढा दी गयी है। मुख्य पड़ावों में स्वास्थ्य विभाग एवं सिक्स सिग्मा की टीम अपनी सेवायंे देने के लिए तैयार हंै। धाम में कम्युनिकेशन की सुविधाएं भी बहाल कर दी गयी हैं, जिसका ट्रायल भी हो चुका है। तीर्थयात्रियों को बाबा के दरबार में फोर-जी सर्विस मिलेगी। 
बाइट -2 मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी 
बाइट -3 मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी 
वीओ 3 - रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर पांच डेंजर जोन ऐसे हैं, जो यात्रा के समय परेशानी खड़ी कर सकते हैं। दो डेंजर जोन केदारनाथ आपदा से उभरे हैं तो तीन डेंजर जोन आॅल वेदर सड़क निर्माण के बाद परेशानी बन गये हैं। इन डेंजर जोनों को पार करते समय यात्री और स्थानीय जनता की जान हलक में रहती हैं। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि चारधाम यात्रा प्रोजेक्ट के तहत राजमार्ग से कटिंग का मलबा हटा लिया गया है। रुद्रप्रयाग से गौरीकुण्ड तक सड़क को साफ कर लिया है। राजमार्ग की चैड़ाई बढ़ाई गयी है। यात्रियों की सुविधा के लिए पैराफिट लगाये जायेंगे। धूल से बचने के लिए राजमार्ग पर पानी का छिंड़काव करने को कहा गया है। डेंजर जोन वाले स्थानों पर लैंड स्लाइड होने की स्थिति में एसडीआरएफ व पुलिस के जवान तीर्थयात्रियों की सेवा में तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि अल्टरनेट रास्तों को भी तैयार रखा गया है, जिससे राजमार्ग के घंटों बंद होेने की दिशा में तीर्थयात्रियों की आवाजाही अन्य मार्गों से कराई जा सके। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को हरेक सुविधाएं दी जायेंगी, जिससे वे यहां से एक अच्छा संदेश लेकर जांय। 
बाइट 4- मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग


Attachments area


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.