रुद्रप्रयाग: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल ऑल वेदर परियोजना का निर्माण मानकों के अनुसार नहीं किया जा रहा है. कार्य कर रही निर्माणदायी एजेंसी लगातार मानकों को ताक पर रखकर सड़क किनारे पुश्तों का निर्माण कर रही हैं. इन पुश्तों को बनाये जाने के लिए एजेंसी रेत की जगह मिट्टी का इस्तेमाल कर रही हैं. जिसके कारण इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं. इसके साथ ही इस लापरवाही के चलते भविष्य में किसी भी बड़ी दुर्घटना होने से इंकार नहीं किया जा सकता है.
इन दिनों गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धामों को ऑल वेदर रोड से जोड़ने का काम जारी है. पिछले दो सालों से चार धामों को जोड़ने वाली सड़कों पर कार्य किया है, लेकिन रुद्रप्रयाग में केदारनाथ हाईवे पर मानकों के अनुरूप कार्य नहीं हो रहा है. मानसून सीजन से पहले ही हाईवे के नीचे मंदाकिनी नदी किनारे लगाए जा रहे पुश्तों में रेत की जगह मिट्टी का प्रयोग हो रहा है. निर्माणदायी संस्था खुलेआम रेत की जगह मिट्टी का इस्तेमाल कर रही हैं.
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इसके अलावा अन्य कार्यों में भी मनमानी का दौर जारी है. मिट्टी के पुश्तों का मानसून सीजन में इन टिकना संभव नहीं है. ऐसे में ये सीधे-सीधे सरकारी धन का दुरुपयोग है. इससे पहले भी लोग शिकायत कर चुके हैं, लेकिन इस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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ये हालात तब हैं जब केदारनाथ हाईवे रुद्रप्रयाग से लेकर गौरीकुंड तक डेंजर जोन में है. हाईवे पर आठ से दस स्थान ऐसे हैं, जहां बिना बारिश के भी भूस्खलन होता रहता है. पहले भी हाईवे पर कई पुश्ते भर भराकर गिर चुके हैं. बावजूद इसके भी निर्माणदायी एजेंसी इससे सबक नहीं ले रही है.