रुद्रप्रयाग: चारधाम परियोजना के तहत रुद्रप्रयाग में हाईवे के चौड़ीकरण का काम अब धीर-धीरे नगर की ओर बढ़ने लगा है. जिसका स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. उनकी मांग है विभाग से कटिंग से पहले मुआवजा देने की मांग की है. उनका आरोप है कि कई जगहों पर बिना मुआवजा दिए ही लोगों के भवनों को तोड़ा जा रहा है.
ऑल वेदर रोड परियोजना में गुलाबराय से बदरीनाथ हाईवे का चैड़ीकरण का कार्य अब मुख्य बाजार की ओर होने वाला है. अभी रुद्राबैंड के समीप कटिंग का काम जारी है, जिसके बाद मुख्य बाजार की ओर कार्य किया जाना है. वहीं पेट्रोल पंप से गौचर की ओर हाईवे पर चैड़ीकरण का काम जोरों पर हैं. कुछ व्यापारी कटिंग के डर से अपनी दुकानों को पीछे करने में लगे हुए हैं. जिससे उन्हें पक्का निर्माण तोड़ना पड़ रहा है. वहीं आश्वासन के मुताबिक उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिल सका है.
व्यापारी सुनील चमोली, त्रिलोचन भट्ट, घनश्याम कंडारी, आनंद कंडारी, सोहन सिंह पंवार, डॉ. अमित रतूड़ी और जोत सिंह बिष्ट आदि ने कहा कि एनएच पर सड़क कटिंग से कई लोगों की दुकानें प्रभावित हो रही हैं.
पहले व्यापारियों, भवन स्वामियों और जन अधिकार मंच के आंदोलन के चलते शासन-प्रशासन ने सभी व्यापारियों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया था. लेकिन अभी तक उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया है. ऐसे में व्यापारी और भवन स्वामी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं.
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जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि शासन-प्रशासन ऑल वेदर परियोजना से प्रभावित होने वाले व्यापारी और भवन स्वामियों की अनदेखी कर रही रहा है. काफी समय के बीत जाने के बाद भी उन्हें मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने प्रशासन से जल्द मुआवजा देने की मांग की है.
हालांकि इस बारे में जब नवनियुक्त एडीएम रामजी शरण शर्मा ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है, लेकिन शीघ्र ही विस्तृत जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी.