रुद्रप्रयागः बीते तीन दिनों तक हुई बारिश के बाद बुधवार को मौसम खुलने से तीर्थयात्रियों ने राहत की सांस ली. केदारनाथ जाने के लिए तीर्थयात्री विभिन्न पड़ावों में रुके हुए थे. जैसे ही मौसम साफ हुआ तीर्थयात्री दोगुने उत्साह के साथ केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुए. प्रशासन ने बुधवार सुबह 12 हजार से ज्यादा तीर्थयात्रियों को केदारनाथ के लिए भेजा. इसी कड़ी में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी बाबा केदार के दर्शन किए. वहीं, रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग के बीच हाईवे पर कई जगहों पर यात्रियों को जाम की समस्या से भी जूझना पड़ा.
बता दें कि मौसम विभाग के हाई अलर्ट के बाद तीन दिनों तक प्रदेश में जमकर बारिश हुई. ऐसे में प्रशासन की ओर से केदारनाथ यात्रा पर अस्थायी रोक लगाई गई और तीर्थयात्री जगह-जगह फंसे रहे. इस दौरान रात के समय तीर्थयात्रियों को रहने और खाने की काफी समस्या भी हुई. बुधवार को चटक धूप खिलने पर तीर्थयात्रियों के चेहरे भी खिल गए और यात्रा पर निकले.
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कई जगहों पर लगा जामः वहीं, यात्रा खुलते ही तीर्थयात्री जगह-जगह से केदारनाथ के लिए निकले. ऐसे में केदारनाथ हाईवे के कई जगहों पर राजमार्ग के संकरा होने से यात्रियों को जाम की समस्या से भी जूझना पड़ा. इस दौरान दो से तीन किमी तक लंबा जाम लग गया और यात्री खासे परेशान रहे. हाईवे पर वाहन रेंगते नजर आए.
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भगत सिंह कोश्यारी ने किए बाबा केदार के दर्शनः वहीं, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी बाबा केदार के दर्शन किए. तीर्थ पुरोहितों ने उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया. जिस पर उन्होंने समाधान करने का भरोसा दिया. जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि बुधवार सुबह मौसम खुलने पर 12 हजार से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुए. इसके अलावा हेली सेवा के जरिए भी तीर्थयात्री केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं. अब तक केदारनाथ पहुंचने वालों का आंकड़ा 1 लाख 15 हजार के पार हो चुका है.